शहर से ज्यादा गांव पर ध्यान
- ग्रामीण इलाकों में डैमेज कंट्रोल पर ध्यान दे रहा स्वास्थ्य विभाग
- कांटेक्ट टेसिंग में हो रही दिक्कत, इसलिए कम हो रही जांच की संख्या - 286 नए संक्रमित मिले जबकि छह मरीजों की मौत हो गई प्रयागराज- कोरोना जांच कम होने का आरोप झेल रहे स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले में अपनी सफाई दी है। उनका कहना है कि इस समय ग्रामीण एरिया में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और ऐसे में उस पर लगाम लगाना जरूरी है। इसीलिए वहां पर जांच अधिक हो रही है। चूंकि कांटेक्ट टेसिंग में दिक्कत आ रही है इसलिए जांच की संख्या में थोड़ी कमी आई है। वहीं शहर में कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने से वहां पर जांच की संख्या कम की गई है। बता दें सोमवार को प्रयागराज में कुल 286 कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आए और छह मरीजों की कोरोना से मौत हो गई।चार गुने हुए डिस्चार्ज
इस बीच लगभग चार गुना मरीज डिस्चार्ज हुए हैं। एक दिन में कुल 965 मरीज डिस्चार्ज हुए है.ं इनमें से 52 मरीज अस्पतालों से घर गए हैं। जबकि 913 मरीज होम आइसोलेशन से डिस्चार्ज किए गए हैं। वहीं 10703 लोगों की कुल कोरोना जांच की गई है। इनमें ग्रामीण इलाकों के मामले अधिक हैं। अधिकारियों का कहना है कि इस सम ग्रामीण एरिया में अधिक फोकस किया जा रहा है।
कहां कितने बेड हैं खाली आशा हॉस्पिटल- 27 कमला नेहरू अस्पताल- 80 मां शारदा हॉस्पिटल- 10 नारायण स्वरूप हॉस्पिटल- 23 नाजरेथ हॉस्पिटल- 8 ओझा हॉस्पिटल- 6 पफीनिक्स- 15 कालिदंपीुरम अस्प्ताल- 488 प्राची अस्पताल- 13 रेलवे हॉस्पिटल- 72 सजन अस्पताल- 3 बेली हॉस्पिटल- 99 यूनाइटेड मेडिस्टिी- 123 शंभूनाथ हॉस्पिटल- 147 वात्सल्य हास्पिटल- 7 विनीता अस्पताल- 45 यश हास्पिटल- 25 एसआरएन अस्पताल- 120