जुलाई में मानक से आधी हुई थी बारिश अगस्त में हुआ बदलावयमुना का तेजी से बढ़ रहा है जलस्तर चार घंटे में 11 सेमी की हुई बढ़ोतरीनिचले इलाकों में पहुंच रहा नदियों का पानी 82 मीटर पर डूब जाते हैं बड़े हनुमानजी

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। जिले में एक बार फिर अजीबों गरीब हालात बन रहे हैं। जुलाई में मानक से 50 फीसदी कम बारिश होने पर जहां जिले को सूखा घोषित करने की मांग चल रही हैं, वहीं नदियों में तेजी से जलस्तर में बढ़ोतरी ने बाढ़ के आसार प्रबल कर दिए हैं। निचले स्थानों पर पानी ने दस्तक देना भी शुरू कर दिया है। एक्सपट्र्स की माने तो जलस्तर ऐसे ही बढ़ता रहा तो बड़े हनुमानजी जल्द ही गंगा स्नान कर लेंगे।

गंगा शांत, यमुना मे तेज हलचल
वर्तमान में फिलहाल गंगा नदी शांत हैं लेकिन यमुना में जोरदार ह्रलचल मची हुई है। नदी का पानी चार घंटे में 11 सेमी बढ़ गया है। यानी हर घंटे दो सेमी से अधिक जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है। हालांकि अभी भी दोनों नदियां खतरे के निशान से काफी नीचे हैं लेकिन प्रशासन ने एलर्ट जारी कर दिया है। माक ड्रिल भी करा ली गई है और एसडीआरएफ के एक्सपर्ट भी जिले में लगातार बने हुए हैं।

जुलाई में तरसे, अगस्त में बरसे
प्रयागराज में मानसून के सीजन में जुलाई का महीना पूरी तरह से बारिश से महरूम रहा। मौसम विभाग के अनुसार महज पचास फीसदी ही बारिश हुई है और इससे सबसे ज्यादा धान की फसल को नुकसान पहुंचा है। हालांकि अगस्त के शुरुआती सप्ताह में बारिश ने समां बांध रखा है लेकिन सूखे से बचाव के लिए अधिक बारिश की आवश्यकता होगी। मौसम विज्ञानियों की माने तो इस माह बारिश मानक के अनुरूप हो सकती है।

तब डूब जाते हैं बड़े हनुमानजी
जिले में बाढ़ के खतरे का बिंदु 84.73 मीटर है और संगम स्थित बड़े हनुमानजी मंदिर 82 मीटर लेवल पर डूब जाता है। तब गंगाजल से भगवान हनुमानजी स्नान कर लेते हैं। पानी के इसी लेवल पर बघाड़ा की निचली सड़क भी डूब जाती है। वर्तमान में यह प्वाइंट भी चार मीटर दूर है। माना जा रहा है कि गंगा यमुना के अलावा बाकी नदियों का पानी भी आने से बाढ आने की संभावना बन सकती है। क्योंकि इस समय देश के तमाम हिस्सों में मूसलाधार बारिश हो रही है।

नदियों का वर्तमान जलस्तर
गंगा- 78.56 मीटर (स्थिर)
यमुना- 77.86 मीटर (चार घंटे में 11 सेमी बढ़ोतरी)
छतनाग- 77.23 मीटर

Posted By: Inextlive