यातायात नियम हमारी अपनी सुरक्षा के लिए हैं. पुलिस इसका पालन कराती है क्योंकि वह हमारी-आपकी सुरक्षा चाहती है. यह हमारी भी जिम्मेदारी है कि यातायात नियमों के पालन को लेकर हम जागरूक हो. सुरक्षित यातायात तभी संभव है जब समाज का एक-एक व्यक्ति यातायात नियमों के पालन को लेकर पूरी तरह से जागरूक हो. यह बातें सोमवार को यातायात माह के उद्घाटन के मौके पर फूलपुर सांसद केसरी देवी पटेल ने कहीं. सुभाष चौराहे पर आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम में सांसद और एडीजी जोन प्रयागराज प्रेमप्रकाश ने हरी झंडी दिखाकर यातायात माह का शुभारंभ किया. इसके साथ ही आकाश में रंग बिरंगे बैलून छोड़ा गया.

प्रयागराज (ब्यूरो)। यातायात माह के शुभारंभ के दौरान एडीजी जोन प्रयागराज ने कहा कि हमारे देश में हर साल हजारों निर्दोष लोगों की जान सड़क हादसों में चली जाती है। इसका सबसे बड़ा कारण यातायात नियमों की अनदेखी है। यातायात नियमों के उल्लंघन के चलते कई लोग खुद दुर्घटना का शिकार होते हैं तो कभी उनकी वजह से अन्य लोग घायल होते हैं। यातायात नियमों का पालन करने को हमें खुद जागरूक होना होगा। व्यवस्था तो यह होनी चाहिए की पुलिस को यातायात नियमों का पालन कराने के लिए किसी को रोकने-टोकने की जरूरत ही न पड़े। एडीजी जोन ने यह भी कहा कि एम परिवहन एप और डिजी लॉकर एप के जरिए चालक अपने वाहन व लाइसेंस की सॉफ्ट कॉपी मोबाइल में लेकर चल सकते हैं और उन्हें फिर दस्तावेजों की हार्ड कॉपी लेकर चलने की जरूरत नहीं है। यह पूरी तरह से वैध हैं। इससे पहले सांसद व एडीजी जोन ने यातायात पुलिसकर्मियों की ओर से निकाली गई जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

सुरक्षित यातायात की शपथ दिलाई
अतिथियों ने उस अभियान का भी हिस्सा बने, जिसके तहत हस्ताक्षर के जरिए इस बात की शपथ ली गई कि हम सदैव यातायात नियमों का पालन करेंगे और सुरक्षित समाज के निर्माण में अपना योगदान देंगे। कार्यक्रम के दौरान आईजी रेंज डाक्टर राकेश सिंह, डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी, एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित, एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह, एसपी गंगापार अभिषेक अग्रवाल, एसपी अभिषेक भारती समेत अन्य अफसर व पुलिसकर्मी मौजूद रहे। कार्यक्रम का सुंदर संचालन प्रसिद्ध उद्घोषिका रंजना त्रिपाठी जी ने किया।


युवा आएं आगे
इस दौरान सड़क हादसों में कमी लाने के लिए देशभर में मुहिम चला रहे सारथी फाउंडेशन के प्रोजेक्ट हेड रौनक गुप्ता भी मौजूद रहे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यह युवाओं की जिम्मेदारी है कि सड़क हादसों में कमी लाने के लिए वह आगे आएं। खुद ट्रैफिक नियमों का पालन करें और दूसरों को भी इसके लिए जागरूक करें। हमारी यह भी जिम्मेदारी है कि हम लोगों को उनकी जिम्मेदारी का अहसास कराएं। जिस दिन प्रत्येक व्यक्ति यातायात नियमों के पालन को लेकर समझने लगेगा, उस दिन सड़क हादसों की वजह से असमय जान गंवाने वालों की संख्या में निश्चित ही कमी आएगी।

Posted By: Inextlive