ऑनलाइन सट्टेबाजी में पांच हत्थे चढ़े
1800
रुपये नगद पुलिस ने किया बरामद 05 मोबाइल भी पकड़े गए लोगों से बरामद हुए 01 बाइक जो मौके से बरामद हुई उसे सीज किया गया 08 एटीएम कार्ड भी पकड़े गए सटोरियों के पास मिले ताश के पत्तों की जगह ऑनलाइन जुआ खेलवाने वाले एप पर लगाए जा रहे दांव सिविल लाइंस हिस्ट्रीशीटर के ठिकाने पर हुई छापेमारी में पकड़े गए पांच सटोरिएPRAYAGRAJ: ताश के पत्तों पर होने वाली जुआ से अनजान युवाओं को मोबाइल जुआरी बना रहा है। ऑनलाइन चल रहा यह जुआ तमाम युवाओं की लत बिगाड़ चुका है। कुछ खुलेआम तो कई बड़ों से नजर बचा कर मोबाइल पर यह गेम खेल रहे हैं। ऑनलाइन इस गेम का हाईटेक ट्रेंड युवाओं के बीच तेजी से पकड़ बना लिया है। दिनों-दिन ऑनलाइन यह गेम युवाओं के बीच बढ़ रहा है। चंद रुपयों की लालच में कमाने वाले युवा इस खेल में ज्यादा रुचि ले रहे हैं। रविवार को यह बात सिविल लाइंस में सामने आई। यहां सिविल लाइंस पुलिस व एसओजी गंगापार टीम द्वारा एक हिस्ट्रीशीटर के अड्डे पर छापेमारी की गई। इस अड्डे से ऑनलाइन जुआ खेल रहे पांच सटोरिए गिरफ्तार किए गए। इनके पास से कैस भी बरामद किए गए हैं।
इस तरह पुलिस ने की कार्रवाईसिविल लाइंस संगम पैलेस के पास एक हिस्ट्रीशीटर के ठिकाने पर ऑनलाइन जुआ चल रहा था। इस बात की भनक सिविल लाइंस पुलिस व एसओजी गंगापार भुवनेश्वर चौबे की टीम को लग गई। थाना पुलिस व एसओजी टीम ने रविवार दोपहर अड्डे पर छापा मारा गया। बताते हैं कि मौके से पांच सटोरिए उदय प्रताप सिंह निवासी लूकरगंज थाना खुल्दाबाद व अशोकनगर नेवादा कैंट एरिया के अमित कुमार को गिरफ्तार किया गया। इसी तरह आकाश कुमार निवासी सिविल लाइंस, निहाल कुमार निवासी नूरी मेडिकल के पास राजापुर कैंट और सिविल लाइंस का ही सोनू कुमार भी गिरफ्तार किया गया। तलाशी में इनके पास से 1800 रुपये नकद व पांच मोबाइल और आठ एटीएम कार्ड पुलिस को मिले हैं। अड्डे से बरामद एक बाइक को पुलिस ने सीज कर दिया है।
जानिए क्या है यह पूरा सिस्टम कार्रवाई बाद पुलिस ने ऑन लाइन गेम के पूरे सिस्टम का खुलासा करते अभिभावकों को अलर्ट किया बताया गया कि यह जुआ मोबाइल पर 'भाग्य लक्ष्मी' नामक एक एप के जरिए खेलवाया जाता है इस एप पर हर पांच मिनट पर एक नंबर निकाले जाते हैं, नंबर पर ही रुपये दांव पर लगाते हैंजिसका नंबर खुल जाता है संचालक उसे लगाए गए दांव के अनुरूप जीत में मिले रुपये देता है
एक-एक नंबर पर कई लोग दांव लगाते हैं, नंबर के न खुलने पर जुआ में लगाया गया रुपया खिलाड़ी हार जाते हैं एक बार की जीत बन जाती है लत पुलिस अफसर कहते हैं कि इस दौर में हर युवा के हाथ में हाईटेक मोबाइल है। इस मोबाइल पर ऑनलाइन खेलवाए जा रहे जुआ की लत में वह फंसते जा रहे हैं। कहना है कि अभिभावकों को चाहिए कि वह लाडलों पर पैनी नजर रखें। ज्यादा देर तक मोबाइल पर लगे रहने वाले युवाओं की एक्टीविटी पर ध्यान देना चाहिए। क्योंकि ऑनलाइन इस जुआ में एक बार रुपये जीतने वाले युवा में लालच आ जाती है। फिर वह किसी भी तरह से रुपयों का प्रबंध करके इस जुआ में दांव लगाने लगते हैं। यहीं से युवाओं की बर्बादी का दौर इस जुआ के जरिए शुरू हो जाता है। यह ऑनलाइन जुआ 'भाग्य लक्ष्मी' नामक एप के जरिए मोबाइल पर खेला जाता है। सिविल लाइंस में की गई छापेमारी में पांच सटोरिए पकड़े गए हैं। इनके पास से वह मोबाइल भी मिला है जिस पर गेम खेला जा रहा था। रवीन्द्र प्रताप सिंह, इंस्पेक्टर सिविल लाइंस