50 हजार रुपये का इनाम घोषित था विजय चौधरी उर्फ उस्मान पर कौंधियारा में हुई मुठभेड़

प्रयागराज ब्यूरो । शहर पश्चिमी से बसपा के विधायक रहे राजू पाल हत्याकांड के चश्मदीद गवाह अधिवक्ता उमेश पाल की सनसनीखेज हत्या में पहली गोली चलाने वाले विजय चौधरी उर्फ उस्मान को पुलिस ने सोमवार की सुबह मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस की तरफ से बताया गया कि उमेश उनके गनर को पहली गोली इसी उस्मान ने चलायी थी। पुलिस की उस्मान के साथ मुठभेड़ सोमवार की भोर में कौंधियारा थाना क्षेत्र में हुई। गोली लगने से घायल उस्मान को पुलिस ने एसआरएन हॉस्पिटल पहुंचाया जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। क्रास फायरिंग में कौंधियारा थाने के सिपाही नरेन्द्र को भी गोली लगी है। उसे भी एसआरएन में भर्ती कराया गया है। पुलिस के मुताबिक सोमवार को मारे गये उस्मान पर पचास हजार रुपये का इनाम घोषित था। उमेश पाल हत्याकांड में एक सप्ताह के भीतर पुलिस ने दूसरा एनकाउंटर किया गया है। पहली मुठभेड़ में अरबाज की मौत हुई थी। उसे घटना में इस्तेमाल की गयी गाड़ी का चालक बताया गया था। पुलिस के अनुसार वह भी पचास हजार रुपये का इनामी था। घटना में शामिल माफिया अतीक के बेटे असद सहित कई शूटर अब भी पकड़ से बाहर हैं। इन्हें पकडऩे के लिए पुलिस व एसटीएफ की 20 से अधिक टीमें लगी हुई हैं। एक के बाद एक हो रहे एनकाउंटर ने जिले के ही नहीं बल्कि प्रदेश के माफियों व गुंडों को हिला दिया है। आखिर अगला नंबर किसका होगा।

एमपी भागने के फिराक में था उस्मान
पुलिस के अनुसार मुठभेड़ सोमवार को तड़के हुई। जैसे ही यह खबर सोशल मीडिया पर खबर फैली, लोग 'मिट्टी में मिलानेÓ की चर्चा करने लगे। पुलिस ने बताया कि बमोखर निवासी विजय चौधरी उर्फ उस्मान पुत्र वीरेंद्र चौधरी का बार-बार लोकेशन कौंधियारा क्षेत्र का ही मिल रहा था। पुलिस काफी दिनों से इसी क्षेत्र में डेरा डाल रखी थी। सोमवार को जैसे ही सूचना प्राप्त हुई कि खेतों के रास्ते बदमाश मध्य प्रदेश भागने के फिराक में है। पुलिस फौरन एक्टिव होकर खेतों को चारों तरफ से घेर लिया। अपने आपको चारों तरफ से घेरा देख उसने पुलिस टीम पर गोलियां चलाना शुरू कर दिया। पुलिस की जवाबी फायरिंग में उस्मान को तीन गोलियां लगी। जिसके बाद वह जमीन पर गिर पड़ा। पुलिस टीम उसे लेकर एसआरएन अस्पताल पहुंची तो डाक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि उसके पास से एक अवैध 32 बोर की पिस्टल मय जीवित व खोखा कारतूस बोर बरामद हुई है।

2020 में की थी उस्मान ने शादी
उस्मान कौंधियारा के बमौखर गांव का रहने वाला था। 2020 में उसने गांव की ही एक लड़की को भगाकर शादी की थी। बताते हैं कि शादी के समय लड़की के परिवारवालों की तरफ से विजय उर्फ उस्मान के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज करायी गयी थी। येन केन प्रकारेण इस मामले को रफा-दफा कर दिया गया। इसके बाद उस्मान पत्नी के साथ घूरपुर इलाके में किराए के कमरे में रहता था। उस्मान के पिता का नाम वीरेंद्र चौधरी है। वह चार भाई में तीसरे नंबर पर था। बड़ा भाई राकेश चौधरी भी वाहन चोर बताया जा रहा है। वह भी जेल में बंद है। बाकि, दो भाई अजय और विपिन डीजे बजाने का काम करते है। उस्मान पहले वाहन चोर था। इसको लोग छर्रा भी कहते थे क्योंकि कट्टा लेकर चलता था। वाहन लूट के समय फायर करता था। गोली ऐसे मारता था कि सिर्फ लोगों को छर्रा ही लगता था। इसलिए इसका नाम छर्रा पड़ गया। इसके खिलाफ कीडगंज थाने में कई मुकदमे दर्ज हैं। इसके अलावा कहा-कहा दर्ज हैं? इसकी डिटेल पुलिस निकलवा रही है।

सात शूटर्स थे, दो मारे गए, पांच फरार
उमेश पाल हत्याकांड में सामने आयी सीसीटीवी फुटेज में कुल सात शूटर्स का शामिल होना बताया जा रहा है। पुलिस के अनुसार इसी में से दो इनकाउंटर में ढेर किये जा चुके हैं। बाकी पांच तक पहुंचने के लिए पुलिस ने एड़ी चोटी का जोर लगा रखा है। इन सभी पर डीजीपी की तरफ से इनाम की राशि बढ़ाकर ढाई लाख रुपये की जा चुकी है। यह सूचना रविवार को डीजीपी ऑफिस की तरफ से ट्विट करके दी गयी थी। इनके अलावा अतीक अहमद, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, उसका अशरफ और उनके बेटे समेत कई लोगों को आरोपी बनाया है। अतीक अहमद अहमदाबाद और अशरफ बरेली की जेल में बंद है। अतीक के बेटे हत्याकांड के बाद से फरार है।
उस्मान का सीसीटीवी फुटेज आया था सामने
उस्मान ने ही उमेश पाल पर सबसे पहले गोली चलाई थी, पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर यह स्पष्ट होने का दावा किया है। एनकाउंटर के बाद उस्मान उर्फ विजय की पत्नी सुहानी ने कई सवाल खड़े किए है। उन्होंने न सिर्फ एनकाउंटर को फर्जी बताया। बल्कि यह भी दावा किया कि मेरे पति का अतीक से कोई कनेक्शन नहीं था। उन्होंने कभी अतीक को देखा तक नहीं था।

अब तक की कार्रवाई
इस घटना में सम्मिलित अभियुक्त सदाकत को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया।
घटना के दिन क्रेटा कार चला रहे अभियुक्त अरबाज को 27 फरवरी को धूमनगंज पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था।
उसके कब्जे से अवैध 32 बोर की पिस्टल मय मैगजीन आदि बरामद हुई। थी। क्रास फायरिंग में इंस्पेक्टर धूमनगंज भी जख्मी हो गये थे।
अतीक के करीबी जफर, गन हाउस मालिक सफदर और माशूक प्रधान का घर जमीदोज किया जा चुका है।

Posted By: Inextlive