लाइसेंसी बंदूक से एक बार फिर अपनो का ही खून बहाया गया है. भतीजे के टॉयलेट करने पर चाचा ने लाइसेंसी बंदूक से दीपक शुक्ला 37 और उसके भाई वैभव शुक्ला 35 को गोली मार दी. एक गोली मारने के एक के बाद ही वह शांत नहीं हुआ. कुल चार राउंड हुई फायरिंग में दीपक को दो गोली लगी. इससे उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। वैभव गिरकर तड़पने लगा। सुबह करीब सात बजे गोलियों की तड़तड़ाहट सुन लोग दहशत में आ गए। दोनों के परिवार में कोहराम मच गया। गांव वाले पहुंचे तो मंजर देख उनके रोंगटे खड़े हो गए। खबर पाते ही करछना थाने की पुलिस के साथ सीओ मौके पर पहुंचे। पुलिस पहुंचने के पहले कातिल घर से भाग चुका था। मृतक की पत्नी अंजली ने चचिया ससुर नीलकमल शुक्ल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के लिए तहरीर थाने में दी है। पुलिस ने मृतक की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घायल वैभव को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। उसकी हालत भी नाजुक बतायी गयी है।

दोनों परिवार में थी पुरानी रंजिश
करछना एरिया के सेमरी गांव निवासी दिनेश चंद्र शुक्ल का भाई नील कमल से जमीन को लेकर पुराना विवाद था। एक का मकान चकरोड के पूरब तो दूसरे का पश्चिम साइड है। दोनों के घर का दरवाजा चकरोड की तरफ आमने सामने ही है। बताते हैं कि सोमवार सुबह सात बजे दिनेशचंद्र के पुत्र दीपक के सात वर्षीय बेटे अंश ने चकरोड पर टॉयलेट कर दिया। इस बात को लेकर आरोपित नीलकमल तैश में आ गया और गालियां देने लगा। दीपक ने गाली देने से मना किया तो मारपीट शुरू हो गई। भाई दीपक की पिटाई देख बचाने के इरादे से वैभव भी जा पहुंचा। कहते हैं कि हमलावर अपने परिवार के साथ मिलकर वैभव को भी पीटने लगा। अचानक आरोपित नीलकमल मारपीट छोड़कर घर के अंदर पहुंचा और लाइसेंसी गन लेकर बाहर आया। बाहर आते ही वह दीपक और वैभव पर फायरिंग झोंक दिया। एक के बाद एक वह चार राउंड फायरिंग किया। उसकी बंदूक से निकली दो गोली दीपक और एक गोली वैभव वैभव के शरीर में जा धंसी। गोली लगने से दोनों भाई जमीन पर गिर पड़े। यह देख उनके परिवार में कोहराम मच गया। गोलियों की तड़तड़ाहट और मातम की आवाज सुन ग्रामीण मौका-ए-वारदात पर पहुंचे। मंजर देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। आननफानन इस घटना की खबर करछना पुलिस को दी गई। सुबह-सुबह इलाके हुई वारदात की जानकारी होते हुए थाना पुलिस के साथ सीओ मौके पर पहुंचे। पुलिस पहुंची तो गोली से घायल दीपक शुक्ला दम तोड़ चुका था। जबकि उसका भाई वैभव तड़प रहा था। पुलिस वैभव को हॉस्पिटल एसआरएन पहुंची। यहां इलाज के दौरान वैभव की हालत डॉक्टरों द्वारा गंभीर बताई गई।

टायलेट बना बहाना विवाद था पुराना
मारे गए दीपक के दो बेटे हैं। एक का नाम अंश तो दूसरे का प्रिंस है। दीपक एलआईसी एजेंट था। जबकि उसका भाई वैभव एलआईसी एजेंट के साथ रियल स्टेट में भी काम करता है। लोग कहते हैं कि बालक का चकरोड पर टायलेट एक मात्र बहाना था। दरअसल आरोपित नीलकमल जमीन की पुरानी रंजिश को लेकर मौके की तलाश में था। लोगों की मानें तो यह मौका उसे सोमवार को मिला तो उसके सिर पर खून सवार हो गया।

जिस गन से घटना हुई वह सिंगल बैरल गन है। गन आरोपित के नाम ही है। आरोपित को गिरफ्तार कर गन भी बरामद कर ली गई है। मामले में मृतक की पत्नी द्वारा दी गई तहरीर पर केस दर्ज किया गया है।
सतीशचंद्र एसपी क्राइम

Posted By: Inextlive