गंगा एक्सप्रेस वे के रास्ते में आए किसान!
सोरांव तहसील के बीस गांवों में धीमी चल रही जमीन खरीदने की प्रक्रिया
कई गांवों में सर्किल रेट को कम बताकर समझौता करने से पीछे हटे किसान जिला प्रशासन ने डाला डेरा, अधिकारियों पर किसानों से जमीन लेने का दबाव 596 किलो लंबे गंगा एक्सप्रेस वे के प्रोजेक्ट की रफ्तार प्रयागराज में आकर थम गई है। इस परियोजना में सोरांव तहसील के बीस गांव की जमीने शामिल हैं, जिनको किसानों ने प्रशासन को सौंपने से इंकार कर दिया है। उन्होंने जमीनों का सर्किल रेट कम निर्धारित किए जाने की बात कही है। धीरे-धीरे यह मामला तूल पकड़ने लगा है और मौके की नजाकत को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों ने यहां पर अपना डेरा डाल दिया है। उनकी ओर से किसानों को लगातार जमीन बेचने का दबाव बनाया जा रहा है लेकिन सफलता नही मिल रही। 75 फीसदी किसानों ने किया समझौतागंगा एक्सप्रेस वे के लिए जमीनों की खरीदारी यूपीडा द्वारा की जा रही है। जिले की सोरांव तहसील के बीस गांव से होकर यह एक्सप्रेस वे गुजरेगा। इसके लिए इन गांवों की 203 हेक्टेयर जमीन समझौते के आधार पर खरीदने के आदेश शासन ने प्रशासन को दिए हैं। लेकिन अभी तक 75 फीसदी किसानों ने ही समझौता किया है। इस परियोजना से 3455 किसान प्रभावित हो रहे हैं। इसके सापेक्ष 2118 समझौते ही कागजों पर अब तक हो सके हैं।
चार गुना दाम पर भी संतुष्ट नही प्रशासन की ओर से किसानों को जमीन बेचने पर मौजूदा सर्किल रेट की चार गुना धनराशि दी जा रही है। इसके लिए हर जमीन के अलग-अलग दाम निर्धारित हैं। जैसे सामान्य कृषि भूमि, आबादी से 200 मीटर अंतर्गत कृषि भूमि, संपर्क मार्ग पर स्थित कृषि भूमि और राज्य मार्ग पर स्थित कृषि भूमि। इन कैटेगरी के क्रम में जमीनों का सर्किल रेट डीएम द्वारा निर्धारित किया गया है। लेकिन किसानों का कहना है कि यह रेट जमीनों की हैसियत के हिसाब से कम है और यही कारण है कि कुछ गांव के किसानों ने समझौते करने से आनाकानी शुरू कर दी है। किस गांव में कितने हुए समझौते गांव का नाम प्रभावित क्षेत्रफल कुल प्रभावित किसान कुल हुए समझौते सराय नंदन उर्फ समसपुर 0.598 3 3मालापुर 10.83 180 150
लखनपुर करन 6.681 123 91 कमालपुर 11.431 200 192 रोही 7.9 198 153 खेमकरनपुर 0.23 0 0 माधोपुर मलाक चतुरी 1.629 14 14सराय अर्जुन उर्फ हरिमडिला 10.198 216 158
तरती 5.196 101 98 जलियासई 7.859 176 166 पूरवनारा 26.264 412 244 पश्चिमनारा 19.498 265 223 गिरधरपुर गोडवा 13.119 260 178 सराय भारत उर्फ होलागढ़ 6.422 161 109 सराय हरीराम 12.293 241 162सराय मदन सिंह उर्फ चांटी 9.19 145 67
फतेहपुर शहावपुर 4.187 70 55 परसूपुर नारी 7.226 103 57 बारी 0.346 26 0 जूडापुर दांदू 42.36 561 0 कुल प्रभावित काश्तकार- 3455 कुल समझौते- 2118 कुल प्रभावित क्षेत्रफल- 203.42 दो गांव के किसान हटे पीछे प्रशासन को सबसे ज्यादा दिक्कत सोरांव के दो गांव से हो रही है। इनमें सराय अर्जुन उर्फ हरिमडिला और जूडापुर दांदू शामिल हैं। यहां पर किसानों का विरोध सबसे ज्यादा है। उनका कहना है कि वर्तमान मूल्य के हिसाब से जमीनों का रेट लगाया जाना चाहिए। उनको तैयार करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी लगातार सोरांव का चक्कर काट रहे हैं। एक्सप्रेस वे के लिए जमीन की खरीद में कोई दिक्कत नही आ रही है। डीएम साहब का कहना है कि जल्द से जल्द किसानों से बैनामा करा लिया जाए, जिससे परियोजना समय से पूरी हो सके। इसके लिए हमलोगों ने लेखपालों और अधिकारियों की टीम बनाई है। खुद वह भी सोरांव का दौरा कर रहे हैं। एमपी सिंह एडीएम वित्त एवं राजस्व प्रयागराज