आदेश दरकिनार कर देर रात तक डीजे बज रहा बैंड बाजा व डीजे लोगों की खराब हो रही नींद दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट के रियलिटी चेक में ध्वनि प्रदूषण फैलाने पर नहीं मिली कोई कार्रवाई सहालग के सीजन में शुरू हो गए हैं. शादियों के सीजन में देर रात तक कान फोड़ू बैंड बाजा अन हाइजीन फूड पार्किंग प्राब्लम जैसी चीजों के नियमों को साइड लाइन कर दिया गया है. हर तरफ मनमानी जारी है. दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट के रियलिटी चेक में इन नियमों के उल्लंघन पर थानों में न तो कोई मुकदमा दिखा और न ही रोकटोक नजर आई. पुलिस सहित अन्य विभागों ने भी कोई कार्रवाई नही की. सबसे ज्यादा वे लोग परेशान है जिनका घर रिहायशी इलाके में है और घर के अगल-बगल मैरिज हॉल और गेस्ट हाउस बना हुआ है. ऐसे न जाने कितने आदेश है. जिनको शादी के सीजन में नियमों की विदाई हो रही है.

प्रयागराज ब्यूरो । हिंदू पंचांग के अनुसार 21 नवंबर से शादी का शुभ मुहूर्त शुरू है। शादियों का सीजन इन दिनों जोर शोर से चल रहा है। रिहायशी इलाकों से सटे बारातघरों में शायद ही कोई दिन ऐसा हो, जब शादी समारोह न हो। आसपास के लोगों की दिक्कत यह है कि देर रात तक कान फोड़ृ डीजे की आवाजें उन्हें चैन की नींद नहीं लेने दे रही है। यह हाल तक है जबकि कोर्ट की ओर से भी रात दस बजे के बाद किसी भी सूरत में डीजे आदि पर सख्ती रोक लगाने के आदेश पुलिस प्रशासन को दिए गए है। रिपोर्टर ने जार्जटाउन व बेली रोड स्थित बारातघरों के आसपास रहने वालों लोगों से बातचीत की। रियलिटी चेक में सामने आया कि शाम छह बजे से शहर के तमाम सड़कों पर तेज आवाज में गाने बजाकर सड़क जाम लगाया जाता है। इन दोनों क्षेत्र के थानों में कोई भी मुकदमा ध्वनि प्रदूषण फैलाने पर दर्ज नहीं मिला। बारातघरों और बैंड बाजा वालों पर पुलिस की सुस्ती लोगों की नींद पर भारी पड़ रही है। बातचीत में लोगों ने बताया कि मना करने पर चाहे बैंड बाजा पर नचाने वाले लोग हो या फिर बारात घर मालिक, सब लोग लडऩे पर उतारु हो जाते है।

दिल के मरीजों को बढ़ रहा खतरा
तेज आवाज से डीजे बजने से बीमार लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। रात में दिन की अपेक्षा थोड़ी आवाज भी तेज सुनाई देती है। ऐसे में डीजे की धमक दिन के मरीजों के सीधे दिल और दिमाग पर असर करती है। जिससे उनकी तबियत बिगडऩे का खतरा भी बना रहता है।
चार घंटे रोड पर चलना मुश्किल
शादी के सीजन में सबसे ज्यादा खराब हालात शहर के सिविल लाइंस, जार्जटाउन, टैगोरटाउन, ममफोडगंज और करेली एरिया के हैँ। यहांपर बड़ी संख्या में गेस्ट हाउस हैं लेकिन 80 फीसदी के पास पार्किंग नही है। यही कारण है कि शाम छह से रात दस बजे तक यहां की सड़कों पर निकलना मुश्किल होता है। गेस्ट हाउस के पास अपनी पार्किंग तक नही है। जहां तहा गाड़ी खड़ी होने से लोग अपने घरों तक नही पहुंच पाते। सड़कों पर बारात में घंटों चलने वाले डांस की वजह से रोड जाम होती हैं।
बुलाते नहीं तो फूड इंस्पेक्टर जाते नही
नियम कहते हैं कि शादी-विवाह में बनने वाले भोजन की गुणवत्ता और साफ सफाई की जांच होनी चाहिए। नियमानुसार जिनके घर में दावत है उनको खाद्य सुरक्षा विभाग को सूचित कर मानकों की जांच करानी चाहिए। लेकिन ऐसा नही होता है। खाद्य सुरक्षा सहायक आयुक्त द्वितीय ममता चौधरी बताती हैं कि उनके कार्यकाल में अभी तक ऐसी कोई रिक्वेस्ट नही आई है। जांच नही हुई तो कोई गलती नही मिली। फिर कार्रवाई कैसे की जाए। उन्होंने कहा कि होटलों और गेस्ट हाउस में समय समय पर उनकी टीम जाकर जरूर चेक करती है। इसमें हाइजीन के मानकों को देखा जाता है।

नहीं ले रहे परमिशन
नियमानुसार बैंड बाजा और डीजे बजाने के लिए प्रशासन से परमिशन लेना होता है। तेज ध्वनि और निश्चित समय के बाद बजाने पर कार्रवाई के नियम है। रिपोर्टर ने प्रशासन के पास ध्वनि बजाने का परमिशन चेक किया तो किसी ने भी इसकी परमिशन नहीं ली थी। देर रात तक मनमानी होने पर पुलिस भी उस ओर ध्यान नही देती है। वहीं जार्जटाउन और कैंट थाने में ध्वनि प्रदूषण फैलाने व जाम लगाने पर कोई मुकदमा तक दर्ज नहीं है।

घर के बगल में गेस्ट हाउस है। जहां पर रातभर डीजे बजता रहता है। इतना ही नहीं रोड पर जब बारात निकलती है यहां से गुजरने वाले लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। इन्हें कोई रोकने या टोकने वाला नहीं है।
पंकज सिंह, टैगोरटाउन निवासी

शादियों में जो खाना होता है। बिल्कुल अनहाइजीनिक फूड होता है। इसकी भी जांच होनी चाहिए। खा तो लेते है। लेकिन मन के अंदर डर सा रहता है। साफ-सफाई के साथ कितना बनाया जाता है। यह बात किसी से छिपा नहीं है।
हिमांशु अग्रवाल

पार्किंग की व्यवस्था बिल्कुल जीरो है। दूसरे के घर के बाहर तक वाहन खड़ी कर देते है। बाइक तक खड़ी करने की मैरिज हॉल व गेस्ट हाउस वालों के पास नहीं होता है। सिर्फ उनको पैसा कमाना होता है। जिनके पास पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। उनको तो नोटिस देकर बंद कर देना चाहिए।
रोहित कुमार


शादी का शुभ मुहूर्त

- नवंबर माह : 21, 24, 25, और 27 तारीख को शादी का मुहूर्त है।
- दिसंबर माह : 2, 7, 8 और 9 दिसंबर को ही शादी के मुहूर्त हैं।
- जनवरी माह : 15, 18, 25, 26, 27, 30 और 31 को शादी का मुहूर्त
- फरवरी माह : 6, 7, 9, 10, 12, 13, 14, 22, 23 और 28 तारीख
- मार्च माह : इस माह में सिर्फ 4 मुहूर्त 6, 9, 11 और 13 तारीख को रहेंगे
- अप्रैल माह में शादी को कोई मुहूर्त नहीं है।

अपनी खुशियों के चलते लोगों दूसरों को परेशानी में डाल देते है। गेस्ट हाउस हो या मैरिज हॉल ये दोनों ही शहर से थोड़ा हटकर होना चाहिए। जबकि दिन पर दिन मैरिज हॉल व गेस्ट हाउस रिहायशी इलाकों में बढ़ते जा रहे है। पार्किंग तक की व्यवस्था नहीं है।
एसपीएस परमार, टैगोर टाउन निवासी

इस रोड पर हर दस कदम पर छोटे-छोटे गेस्ट हाउस व मैरिज हॉल है। शाम को
छह से 11 बजे तक निकलना मुश्किल होता है। हर दस कदम पर आपको बारात निकलते दिखाई पड़ जाएगा। कौन आदमी किस इमरजेंसी मोड पर है। इनसे इनको कोई मतलब नहीं होता है।
नीरज मिश्रा

घर में बुजुर्ग लोगों को तेज आवाज से काफी दिक्कत होती है। उनके सीने में दर्द उठने लगता है। सड़क के एक साइड को छोड़कर बारात निकलना चाहिए। एक-दो पर कार्रवाई हो जाये तो अपने आप सब सिस्टम में आ जाये।
वैभव सिंह, बेली निवासी

Posted By: Inextlive