आर्य समाज का फेक मैरिज सर्टिफिकेट बनाने वालों की जड़ काफी गहरी समझ आ रही है. शायद ही वजह है कि दो लोगों के जेल जाने के बाद भी फर्जी विवाह प्रमाण पत्र लगाकर हाईकोर्ट से सुरक्षा की गुहार लगाने वालों की संख्या कम नहीं हो रही.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। आर्य समाज का फेक मैरिज सर्टिफिकेट बनाने वालों की जड़ काफी गहरी समझ आ रही है। शायद ही वजह है कि दो लोगों के जेल जाने के बाद भी फर्जी विवाह प्रमाण पत्र लगाकर हाईकोर्ट से सुरक्षा की गुहार लगाने वालों की संख्या कम नहीं हो रही। कैंट थाने में एक बार फिर दो लोगों के खिलाफ आर्य समाज के फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट लगाकर याचिका करने का मामला दर्ज हुआ है।

अमरोहा जिले के हैं दोनों आरोपित
कैंट थाने में उप निरीक्षक गया प्रसाद पांडेय ने इस प्रकरण की तहरीर दी है। उन्होंने बताया है कि हाईकोर्ट में याचिका करके दम्पत्ति सुरक्षा अनुतोष की गुहार लगाई है। यह याचिका रीति पुत्री बाबूराम व भूपेंद्र पुत्र कमलेश निवासीगण मोहल्ला जटवा कॉलोनी थाना दिदोली जिला अमरोहा ने दाखिल की थी। याचिका में उनके जरिए 22 जून 2024 को आर्य समाज चौक पान दरीबा प्रयागराज का शादी प्रमाण पत्र लगाया गया। दावा किया कि यह विवाद पुरोहित पंकज शुक्ला के द्वारा उक्त डेट पर कराया गया था। इस याचिका में अमरोहा डिडौली कोतवाली प्रभारी हरीशवर्धन सिंह की जांच आख्या कोर्ट में दाखिल की गई। जिसमें उन्होंने बताया कि प्रकरण में पीएन मिश्र मंत्री आर्य समाज चौक प्रयागराज ने लिख दिया है कि उस डेट पर याचीकरण का विवाह नहीं हुआ और न ही प्रमाण पत्र जारी किया गया। तथ्यों को छिपाकर फेक प्रमाण पत्र लगाकर दोनों उच्च न्यायालय इलाहाबाद से अनुचित लाभ लेने की फिराक में थे। तहरीर के आधार पर कैंट थाने में आरोपित प्रीति व भूपेंद्र के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

यह केस दो दिन पूर्व दर्ज हुआ था। मामले की जांच की जा रही है। सुरक्षा के लिए हाईकोर्ट में याचिका करने वाले आर्य समाज का फेक मैरिज सर्टिफिकेट लगा रखे थे।
सुनील कनौजिया, थाना कैंट

Posted By: Inextlive