बीआईएस ब्यूरो आफ इंडियन स्टैंडर्ड के पोर्टल में खराबी का खामियाजा ज्वैलर्स उठा रहे हैं. सैंपल रिसीव नहीं होने से पोर्टल उन्हें फेल बता रहा है या रिजेक्ट. इसकी वजह से हालमार्क सेंटर के लोगों को जांच के लिए आए सोने के सैंपल वापस करने पड़ रहे हैं. पोर्टल की यह दिक्कत लंबे समय से चली आ रही है जिसे दूर करने के लिए अभी तक खास कदम नही उठाए गए हैं.


प्रयागराज (ब्‍यूराे)चौक स्थित हालमार्क सेंटर पर रोजाना 100 से 150 ज्वैलरी के सैंपल जांच के लिए आते हैं। इसकी डिटेल पोर्टल पर सेव करनी पड़ती है। लेकिन लंबे समय से यह देखने में आ रहा है कि पोर्टल डिटेल रिसीव ही नही कर रहा है। एक-एक सप्ताह तक पोर्टल में खराबी बनी रहती है जिसे सरकार ठीक नही करवा पारही है। इसकी वजह से ज्वैलरी को एचयूआईडी नंबर नही मिल पा रहा है। पोर्टल द्वारा सैंपल को रिजेक्ट कर दिए जाने पर इसे व्यापारी को वापस करना पड़ता है। इससे उसका रिकार्ड भी खराब हो जाता है। फिर उसे दोबारा इस सैंपल की नए सिरे से जांच करानी पड़ती है।

एचयूआईडी नंबर है जरूरी

बता दें कि ज्वैलरी का व्यापार करने के लिए अब हालमार्क टेस्टिंग और एचयूआईडी नंबर जरूरी हो गया है। इसके एलॉट नही होने से क्वालिटी पर प्रश्नचिह्न लग सकता है। सोने की जांच के लिए फिलहाल शहर में एक ही सेंटर बना है और यहां भी पोर्टल की समस्या बनी रहती है। व्यापारियों द्वारा शहर में अन्य सेंटर बनाए जाने की मांग भी की जा रही है। जिससे कम समय में ज्वैलरी की जांच और एचयूआईडी नंबर मिल सके।

रजिस्ट्रेशन में भी हो रही परेशानी

दूसरी ओर पोर्टल में खराबी बने रहने से व्यापारियों का बीआईएस रजिस्ट्रेशन में भी दिक्कत आ रही है। अभी तक शहर के महज 225 ज्वैलरी व्यापारियों का ही रजिस्ट्रेशन हो सका है। जबकि दुकानों की संख्या हजारों में हैं। वर्तमान में सरकार ने हालमार्क और एचयूआईडी लागू करने के नियम को अनिवार्य करने मे थोड़ी ढील दी है। लेकिन समय सीमा खत्म होने के बाद यह पूरी तरह अनिवार्य हो जाएगा। ऐसे में पोर्टल के धीमी रफ्तार से चलने से दिक्कतें बढ़ सकती हैं।

पोर्टल में लंबे समय से दिक्कत चल रही है। इससे सैंपल की डिटेल रिसीव नही होती और उसे रिजेक्ट या फेल बता दिया जाता है। इससे लगता है कि सोने का सैंपल गलत है जबकि ऐसा नही होता है।

पवन तिवारी, संचालक, हालमार्क सेंटर

Posted By: Inextlive