शनिवार को इस हत्याकांड में कुछ और फुटेज वायरल हुए. एक फुटेज में साफ दिखायी दे रहा है कि फं्रट पर जिम्मेदारी


प्रयागराज ब्यूरो । चार लोगों को दी गयी थी। सभी अलग अलग स्थान से वॉच कर रहे थे। इन्हें बैकअॅप देने के लिए अलग टीम लगी थी। एक हत्यारा उमेश पाल के घर की तरफ जाने वाली गली के नुक्कड़ पर स्थित शू शॉप में मौजूद था। उमेश पाल की गाड़ी से थोड़ी दूरी बनाकर एक सफेद रंग की गाड़ी चल रही थी। इस गाड़ी को पुलिस ने अतीक अहमद के चकिया स्थित आवास के पास से बरामद कर लिया है। उमेश की गाड़ी घर की गली के पास रुकने से कुछ देर पहले इस गाड़ी को सड़क पर इस तरह से लगा दिया गया कि पीछे से आने वाले वाहन आगे न बढ़ सकें। इसके बाद मेन शूटर्स को बैकअॅप देने वाली टीम सामने आ गयी। इसमें एक सदस्य झोले में बम लेकर चल रहा था। उसने घटनास्थल के आसपास ताबड़तोड़ बम फोड़े। इसके बाद धड़ाधड़ दुकानों के शटर गिरने शुरू हो गये। अपनी गाड़ी से मोबाइल पर बात करते हुए निकले उमेश पाल को कदम बाहर रखते ही गोली मार दी गयी। वह जमीन पर गिरते दिखे लेकिन फिर संभल कर जान बचाने के लिए गली में भागे। फुटेज के अनुसार इसके बाद दूसरा बदमाश गया वह गली के भीतर गया। इसके बाद तीसरा आया और वह भी उमेश के घर तक चला गया। इसी सख्श को अतीक का बेटा बताया जा रहा है। फुटेज से जारी किये गये फोटोग्राफ के आधार पर यह कयास लगाया जा रहा है। देर रात तक पुलिस ने इसका नाम आफिशियल पुष्ट नहीं किया था।

Posted By: Inextlive