स्ट्रीट डॉग से हर कोई तंग पकडऩे में नगर निगम 'पस्तÓ- दो तीन दिन का पीडीएफ- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की परिचर्चा में लोगों ने खुलकर सामने रखी समस्याबोले- सड़कों पर आए दिन लोगों को बनाते हैं शिकार- शहर पश्चिमी और दक्षिणी के एरिया में ज्यादा है स्ट्रीट डॉग का आतंक

प्रयागराज ब्यूरो ।स्ट्रीट डॉग से शहरवासी परेशान हैं लेकिन इसका असर प्रशासन और नगर निगम पर नहीं पड़ रहा है। आम जनता रोजाना इनका शिकार हो रही है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने रविवार को इस मामले में लोगों से बात की। उन्होंने बताया कि इस सीजन में शहर के हालात ठीक नहीं है। रिहायशी इलाकों में आवारा कुत्तों का आंतक जबरदस्त है। आने जाने वालों को वह देर रात अपना शिकार बना लेते हैं। इसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मैसेज पढ़कर चौक गए बाहरी
शहर के गुजराती मोहल्ले के गेट पर लिखा मैसेज पढ़कर लोग चौंक रहे हैंॅ। जिसमें साफ लिखा है कि बाहरियों को भीतर आना है तो हाथ में बिस्किट लेकर आएं। ऐसा इसलिए लिखा है कि यहां के आवारा कुत्ते किसी के बस में नहीं है। वह लोगों के लिए आतंक का दूसरा नाम बन चुके हैं। इनसे निपटने के लिए लोगों को कुछ न कुछ लेकर आना होगा। एरिया के लोगों ने बताया कि नगर निगम इस मामले में कोई कदम नही उठा रहा है। हम सब परेशान हैं। एक दर्जन कुत्तों ने गुजराती मोहल्ले में आतंक मचाकर रखा है।
कम्प्लेन का भी नहीं असर
लोगों ने बताया कि स्ट्रीट डॉग के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जबकि इस सीजन में उनका आंतक सिर चढ़कर बोल रहा है। लोगों ने 1076 पर फोन किया लेकिन कोई फायदा नही हो रहा है। आईजीआरएस पर भी शिकायत की लेकिन कोई जवाब नही आया। नगर निगम को कॉल करने पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला दिया जाता है। कुल मिलाकर लोग आवारा कुत्तों के साथ समझौता कर रहने को मजबूर हैं।
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हमने दी जानकारी नंबर की जानकारी
परिचर्चा में शामिल लोगों को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से जानकारी दी गई। हमने बताया कि नगर निगम ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की कैंपेन के बाद हेल्प लाइन नंबर जारी किया है। जिस पर कॉल करने पर शिकायत दर्ज होगी और टीम संबंधित आवारा कुत्ते को पकड़कर उसकी नसबंदी करेगा। फिर उसे मोहल्ले में छोड़ दिया जाएगा। इसके लिए नगर निगम ने 8303701102 हेल्प लाइन नंबर जारी किया है जिस पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।
वर्जन
सड़कों पर कुत्तों से अधिक समस्या है। काफी परेशानी होती है। लोग घर से निकलने में डरते हैं। देर रात यह आसानी से लोगों को अपना शिकार बना लेते हैं। इन पर रोक लगाना जरूरी है।
मो। आसिफ, मीरापुर

शहर का ऐसा कोई इलाका नही है जहां पर कुत्तों का आतंक नहीं है। पैदल चलने में काफी डर लगता है। अगर आप देर रात घर से निकले तो यह आप पर कभी भी हमला कर सकते हैं।
जमीर, शाहगंज

हमारे मोहल्ले के गेट पर मैसेज लिख दिया गया है कि अगर बाहरी अंदर आते हैं तो हाथ में बिस्किट लेकर आएं। ऐसा इसलिए कि आवारा कुत्ते काफी खतरनाक हो गए हैं। वह अनजान लोगों पर अचानक हमला कर देते हैं।
मोनू अग्रवाल, गुजराती मोहल्ला

नगर निगम पर कोई असर नहीं होता है। लोग इस सीजन में रास्ता चलने से डर रहे हैं। अतर सुईया एरिया में पैदल चलना मुश्किल है। बाइक से चलो तो दौड़ाकर घायल कर देते हैं। इससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
आशीष टंडन, अतरसुईया

छोटे बच्चों का तो घर से निकलना मुश्किल हो गया है। आवारा कुत्ते उन्हे घायल कर रहे हैं। सभी लोग परेशान हैं। हमारे एरिया में लोग आंतक से परेशान हैं। इन पर रोक लगाना आसान नही है।
अंकित टंडन, अतरसुईया

हमारे एरिया में तो देर रात निकलने में दिक्कत होती है। आवारा कुत्ते झुंड में रहते हैं और आप को परेशान करते हैं। अगर डर गए तो लेने के देने पड़ जाते हैं। बहुत से लोग डाग बाइट का शिकार हो चुके हैं।
फैजान, ठठेरी बाजार

चौक एरिया में परेशानी होती है। दिन में पता नही चलता लेकिन रात में पैदल चलना मुश्किल होता है। कई बार नगर निगम से शिकायत की लेकिन कोई फयदा नही हुआ। मेरी अपील है कि इस पर रोक लगनी चाहिए।
रीतेश कुमार, चौक

पहले नगर निगम वाले कुत्ते पकड़ते थे लेकिन अब काफी दिनों से यह बंद है। नसबंदी करके उन्हें वापस मोहल्ले में छोड़ देते हैं, जबकि मेरा मानना है कि इन्हे आबादी से दूर रखना चाहिए।
बिलाल, दरियाबाद

Posted By: Inextlive