कोरोना कफ्र्यू में भी 'रफ्तार' लेती रही जान
426
सड़क हादसे पांच महीने में हुए 203 लोगों की इन हादसों में गई जान 266 व्यक्ति इन हादसों में हुए घायल 412 रोड एक्सीडेंट 2020 में यहां हुए 170 लोगों की 2020 के पांच माह में मरे 280 लोग इन हादसों 2020 में हुए घायल पिछले वर्ष की अपेक्षा इन पांच महीनों में ज्यादा हुए रोड एक्सीडेंट ब्लैक स्पॉट में सुधार के दावे के बावजूद बढ़े एक्सीडेंट उठा रहे सवालPRAYAGRAJ: जिले के सारे ब्लैक स्पॉट पर सुधार के बावजूद हादसों में गिरावट नहीं आई। इन दो वर्षो में पांच माह के रोड एक्सीडेंट के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष लॉकडाउन में भी खूब एक्सीडेंट हुए। इस एक्सीडेंट में मरने वालों की तादाद भी पिछले साल से अधिक है। जबकि कोरोना के चलते जिले में लॉकडाउन था। लोगों के घरों से निकलने पर पाबंदियां थीं। महामारी के भय से करीब दो महीने से लोग घरों में हैं।
यहां आंकड़े खोल रहे हैं पोलवर्ष 2017 तक जिले में 51 ब्लैक स्पॉट प्रशासनिक फाइलों में दर्ज थे। साल 2018 से जिले में मिशन कुंभ मेला 2019 शुरू हुआ। इसके तहत शहर से गांव तक की सड़कें चौड़ी की गई। कुंभ मेला आते-आते शहर से गांव तक के चौराहे व सड़कों का कायाकल्प कर दिया गया। इसके बाद ट्रैफिक विभाग में दर्ज यह सभी ब्लैक स्पॉट के सुधारीकरण का दावा अफसर करने लगे। तर्क दिए गए कि सड़कें व चौराहे एवं अंधे मोड़ रोड के चौड़ीकरण में संवर जाने से ब्लैक स्पॉट नहीं रहे। अर्थात, जिले में ऐसा कोई स्पॉट नहीं जहां रोड एक्सीडेंट की वह टेक्निकल वजह हो। जिम्मेदार विभाग चाहे पीडब्लूडी हो या फिर नगर निगम अथवा सेतु निर्माण, सभी ने दावे किए कि जहां चिन्हित ब्लैक स्पॉट को पूरी तरह सुधार दिया गया है। जरूरत के मुताबिक चौराहों व सड़कों पर रेड सिग्नल, ग्लोसाइन बोर्ड, ब्रेकर जैसी व्यवस्था कर दी गई हैं। ऐसे में सवाल यह उठते हैं कि फिर वर्ष 2021 के पांच महीनों में 426 रोड एक्सीडेंट कैसे हुए? यह वे एक्सीडेंट हैं जिनके मुकदमे विभिन्न थानों लिखे गए हैं। इन हादसों में 203 लोगों की मौत और 266 लोगों के घायल होने की पुख्ता खबर है। जबकि करीब दो महीने से कोरोना के प्रकोप से लोग घरों में रहे।
रोड एक्सीडेंट की महीने वार स्थिति माह एक्सीडेंट मौत घायलजनवरी 101 49 60
फरवरी 95 45 65 मार्च 112 45 80 अप्रैल 74 40 39 15 मई तक 44 34 33 ----------------------- 05 माह 426 203 266 ----------------------- सिटी के इन ब्लैक स्पॉट को खत्म करने का दावा - ट्रैफिक पुलिस विभाग में ब्लैक स्पॉट उन स्थानों को माना जाता है जहां पर किन्हीं कारणों से एक्सीडेंट अधिक होते हैं। - जानकार कहते हैं कि प्रयागराज शहर में ऐसे ब्लैक स्पॉट की मुख्य संख्या तकरीबन 09 थी। इनमें कैंट थाने में आने वाला धोबी घाट चौराहा, पानीटंकी चौराहा, चौफटका मोड़, बेली चौराहा धूमनगंज का हैप्पी होम मोड़ तिराहा, ट्रांसपोर्ट नगर, कीडगंज का बांगड़ शिवकुटी में गोविन्दपुर मोड़ चौराहा, एमएनआईटी तिराहा जार्जटाउन का बालसन चौराहा और गीता निकेतन एवं कर्नलगंज एरिया का म्योहाल चौराहा शामिल थाइसी गंगापार एवं यमुनापार में भी ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए थे।
फिलहाल शहर के सभी ब्लैक स्पॉट रोड़ चौड़ीकरण के बाद समाप्त होने के दावे किए गए हैं।