रामबाग स्टेशन पर मलाकराज की तरफ भी बनेगा प्रवेश द्वार
-पूर्वोत्तर रेलवे के जीएम ने किया निरीक्षण, महाकुंभ से पहले बदलेगी स्टेशन की सूरत
-प्लेटफार्म की ऊंचाई बढ़ाने के साथ चौड़ाई भी बढ़ाई जाएगी, यात्री सुविधा में होगा इजाफा प्रयागराज 2025 में होने वाले महाकुंभ से पहले प्रयागराज रामबाग रेलवे स्टेशन की सूरत बदल जाएगी। श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए स्टेशन पर एक और प्रवेश द्वार बनाने की तैयारी चल रही है। यह प्रवेश द्वार मलाकराज की तरफ रहेगा। इसके साथ ही प्लेटफार्म को ऊंचा और चौड़ा किया जाएगा। यात्री सुविधाओं को आधुनिक किया जाएगा। इसके मद्देनजर रविवार को पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी ने स्टेशन का निरीक्षण किया। यार्ड की रिमाडलिंग समेत अन्य प्लान पर अधिकारियों के साथ चर्चा की।प्रयागराज रामबाग रेलवे स्टेशन पर अभी प्रवेश और निकासी के लिए एक साइड से गेट है। वह गेट स्टेशन के उत्तर दिशा में रामबाग मोहल्ले की तरफ है। माघ मेले, कुंभ और महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक होने पर यहां लोगों को मैनेज करने में दिक्कत होती है। इसलिए अब दूसरी दिशा में दक्षिण की तरफ मलाकराज मोहल्ले की तरफ प्रवेश और निकासी द्वारा बनाने की तैयारी चल रही है। प्लेटफार्म नंबर पांच और छह की तरफ इसके लिए विकल्प तलाश जा रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी रविवार को वाराणसी से प्रयागराज तक रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण परियोजना का निरीक्षण करते हुए दोपहर में रामबाग स्टेशन पर पहुंचे। यहां पर रामबाग स्टेशन के यार्ड रिमाडलिंग प्लान पर इंजीनियरों के साथ चर्चा की। प्लेटफार्म एक पर रिमाडलिंग का नक्शा प्रदर्शित किया गया। जीएम ने सभी प्लेटफार्म का जायजा लिया। उन्होंने एफओबी, प्लेटफार्म के उन्नयन, प्लेटफार्म के शेल्टर, सामान्य यात्री प्रतीक्षालय, वाटर बूथ, आरक्षित व अनारक्षित टिकट काउंटरों, सर्कुलेटिंग एरिया, आरपीएफ कार्यालय व पाìकग का निरीक्षण किया। स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार को देखा और अधिकारियों के साथ चर्चा की। एक और प्रवेश व निकासी द्वार की संभावनाओं पर भी विचार-विमर्श किया। मलाक राज मोहल्ले की तरफ द्वार बनाने की योजना पर चर्चा हुई। इस तरफ से प्रवेश द्वार होने पर आम यात्रियों को भी काफी राहत मिलेगी। क्योंकि रामबाग रेलवे क्रासिंग बंद होने पर यात्रियों को या तो रेलवे पटरी पार करनी होती है या लंबा चक्कर लगाकर मेडिकल चौराहे या सिविल लाइंस की तरफ आना पड़ता है। निरीक्षण के दौरान डीआरएम वाराणसी रामाश्रय पांडेय, सीनियर डीसीएम संजीव शर्मा, सीनियर डीओएम एके सक्सेना, एसपी श्रीवास्तव, अनुज वर्मा, त्रयंबक तिवारी, एसएन साहू, सत्यम सिंह, विकास चंद्रा आदि मौजूद रहे।
2022 तक दोहरीकरण व 2023 तक गंगा पर बन जाएगा ब्रिजजीएम वीके त्रिपाठी ने बताया कि वाराणसी-प्रयागराज रेलखंड पर रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण चल रहा है। वाराणसी-ज्ञानपुर के बीच काम पूरा हो जा चुका है। 2022 तक शेष काम भी पूरा हो जाएगा। दारागंज-झूंसी के बीच गंगा पर निर्माणाधीन पुल का काम 2023 में पूरा होगा तो एक साथ दो ट्रेनें पुल से गुजर सकेंगी। इससे ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी। रेलवे की आय में भी इजाफा होगा।