हाथी..घोड़ा..पालकी, जय कन्हैया लाल की
संगमनगरी में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की धूम,
मंदिरों से लेकर घरों तक हर तरफ लगा भोग, आरती उतारकर बांटा गया प्रसाद prayagraj@inext.co.inPRAYAGRAJ: योगेश्वर और 16 कलाओं में निपुण भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की धूम में संगम नगरी भी सोमवार को डूबी रही। हर तरफ भगवान के बाल स्वरूप की झलक पाने के लिए हर कोई आतुर दिखा। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर सुबह से ही मंदिरों में तैयारियों को अंतिम चरण पूर्ण करने में भक्त जुटे रहे। दोपहर तक लगभग जन्मोत्सव की तैयारियां पूरी हो चुकी। शाम को भगवान का श्रृंगार हुआ। इसके बाद शुभ मुहूर्त में भगवान का जन्मोत्सव शुरू हो गया। जो देर रात तक जारी रहा। इस दौरान मंदिरों से लेकर घरों तक भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव की खुशी में हर कोई डूबा रहा। हर तरफ एक ही उद्घोष सुनाई देता रहा है कि नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की। हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की।
मंदिरों में हुए विशेष अनुष्ठानभगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर मंदिरों में विशेष आयोजन किया गया। विश्व प्रसिद्ध इस्कॉन मंदिर में वृंदावन से मंगाए गए पोशाक से भगवान को दिव्य श्रृंगार किया गया। इसके बाद रात 11 बजे से मुख्य उत्सव की शुरुआत भगवान श्री कृष्ण के प्रतिमा के महाभिषेक से हुई। चांदी के 108 कलश में भरे विशेष प्रकार के 21 द्रव्यों से भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक किया गया। इसके बाद भगवान को 56 भोग का प्रसाद अर्पित किया गया। रात्रि 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण की महाआरती शुरू हुई। इस दौरान मंदिर से जुड़े लोग और मंदिर प्रशासन के लोग ही मौजूद रहे। कोरोना महामारी को देखते हुए आयेाजन में भक्तों को प्रवेश नहीं दिया गया। लेकिन भक्तों तक कार्यक्रम पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया को माध्यम बनाकर उसका सीधा प्रसारण किया गया। श्रीराधा रमण जी महाराज मंदिर के शरद गोस्वामी ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मंदिर में विशेष कार्यक्रम का आयेाजन किया गया।
कल्याणी देवी में विशेष आयोजनमां कल्याणी देवी मंदिर में भी विशेष आयोजन किया गया। इस दौरान मंदिर परिसर में स्थित राधारानी और भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति का भव्य श्रृंगार किया गया। इसके बाद पांच वैदिक कर्मकांडी ब्राम्हणों द्वारा मंत्रोच्चार के बीच भगवान को जन्मोत्सव मनाया गया। सिटी के अन्य मंदिरों में भी इस अवसर पर भव्य आयोजन हुए। हालांकि सभी मंदिरों में कोरोना प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन कराया गया। भक्तों ने घरों में भी भगवान का प्रकाट्य उत्सव पूरी श्रद्धा के साथ मनाया। रात 12 बजते ही घरों के मंदिरों में विशेष पूजा शुरू हो गई। लोगों ने विधि विधान के साथ भगवान का पूजन किया और भक्ति गीतों से उनको रिझाने का प्रयास किया।
पुलिस लाइन में हुआ विशेष उत्सव भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर पुलिस लाइन में भी विशेष आयोजन किया गया। इस दौरान लाइन कैंपस को विशेष रूप से सजाया गया। जहां मंदिर में भगवान की भव्य आरती की गई। सर्व ब्राह्माण महिला मंडल के तत्वावधान में रंगारंभ कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें शामिल महिलाओं ने कृष्ण और राधा का रूप धरा। संचालन राजलक्ष्मी शुक्ला ने किया। ऊषा त्रिपाठी, शशी शुक्ला, अनीता पांडेय, संध्या, अंजु दुबे, कुसुम पांडेय आदि शामिल रहीं। मंच पर प्रस्तुत हुई श्रीकृष्ण लीलाश्री कटरा रामलीला कमेटी की ओर से विशेष आयोजन हुआ। इस अवसर पर कार्यक्रम की शुरुआत सांसद केसरी देवी पटेल, विधायक हर्षवाजपेयी, कमेटी अध्यक्ष सुधीर कुमार गुप्ता और महामंत्री गोपालबाबू जायसवाल द्वारा किया गया। इसके बाद विशेष रूप से तैयार कराए गए 40 गुणे 80 फिट के भव्य स्टेज पर भगवान श्री कृष्ण के जीवन की लीला प्रस्तुत की गई। इसमें देवकी और वासुदेव के विवाह से लेकर भगवान के जन्म तक की लीला का मंचन किया गया। वहीं कमेटी कैंपस में कई झांकियां भी सजाई गई। श्री पथरचट्टी रामलीला कमेटी की ओर से भी भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर कई सांस्कृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दी।