मंगलवार को शाम छह बजते ही बंद हो गईं चुनावी सभाएं और माइक से प्रचार

प्रयागराज (ब्यूरो)। निकाय चुनाव के प्रचार का शोर मंगलवार की शाम छह बजे थम गया। छूटे हुए मोहल्लों में प्रत्याशी व उनके समर्थक बगैर बैनर और पोस्टल व शोर मचाए वोटरों के घर-घर दस्तक देने में जुट गए। गाडिय़ों से झण्डा व पोस्टर एवं बैनर प्रत्याशी व उनके समर्थक खुद उतार दिए। प्रचार टाइम खत्म होते ही पुलिस भी एक्टिव हो गई। देर शाम गाडिय़ों की चेकिंग का काम पुलिस के द्वारा पूरी सख्ती के साथ किया गया। बगैर शोर व लाव लस्कर के प्रत्याशी पूरी ताकत के साथ जन संपर्क में जुटे रहे। यह साइलेंट प्रचार उम्मीद वार व समर्थक बुधवार को भी कर सकेंगे।

नौ अप्रैल से शुरू हुई थी प्रक्रिया
राज्य निर्वाचन आयोग के द्वारा नौ अप्रैल को निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी की गई थी। जिले में पहले चरण में चुना होना है। यहां निर्धारित डेट 11 अप्रैल से शुरू हुई नामांकन प्रक्रिया 17 अप्रैल तक चली। सात दिनों तक चले नामांकन के दौरान महापौर पद के लिए 22 व 100 वार्डों में पार्षद पद के लिए 1030 नामांकन पत्र दाखिल हुए। बताते चलें कि आठ नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद के लिए 282 तथा सदस्य पदों के लिए 545 नामांकन पत्र दाखिल किए गए। महापौर पद के लिए कुल 88 तथा पार्षद पद के लिए कुल 1954 नामांकन फार्मों की बिक्री हुई थी। आंकड़ों पर गौर करें तो नगर पंचायत अध्यक्ष पद के कुल 155 व सदस्य पद के कुल 749 नामांकन बिके थे। इसके बाद 18 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच में पार्षद पद के 40 नामांकन पत्र निरस्त हो गए थे। जबकि नगर पंचायत अध्यक्ष और सदस्य पद के चार-चार पर्चे खारिज हुए थे।

आज भी होगा डोर-टू-डोर प्रचार
नाम वापसी व चुनाव चिन्ह आवंटित होने के बाद प्रत्याशी समर्थकों के साथ प्रचार में जुट गए। प्रचार में जुटे प्रत्याशी ई-रिक्शा व तिपहिया वाहन बुक करके उसमें माइक लगा दिए। यह वाहन घूम-घूमकर प्रत्याशियों के प्रचार में जुटे रहे। जगह-जगह प्रत्याशियों के कार्यालय खुल गए और समर्थकों का जमघट शुरू हो गया था। नुक्कड़ सभा, रैलियां व जन सभाओं का दौर शुरू चल पड़ा था। देर रात तक प्रचार गाडिय़ों की आवाज लोगों के कानों तक पहुंच रही थीं। मंगलवार को सुबह से सभी प्रत्याशी व समर्थक पूरी ताकत के साथ चुनाव प्रचार में शाम पांच बजे तक जुटे रहे। प्रचार का यह अंतिम समय था लिहाजा हर कोई ज्यादा से ज्यादा वोटरों के बीच पहुंचने की जुगत में लगा रहा। शाम को घड़ी की सुई पांच पर पहुंचते ही चुनावी प्रचार का शोर पूरी तरह थम गया।

Posted By: Inextlive