मकान पर कब्जे की नीयत से वृद्ध सुरजीत की हत्या कर बॉडी गायब कर दी गई. वह गांव में अकेले रहता था. उसकी पत्नी बेटी सुनैना के साथ दिल्ली में रहा करती थी. मां की मौत के बाद जब अंतिम संस्कार के लिए बेटी पिता को कॉल की तो उसका मोबाइल बंद था. वह गांव आई तो यहां घर में कुछ लोग घुसने नहीं दिए. सुनैना की कहीं शिकायत नहीं सुनी गई तो वह इंसाफ के लिए कोर्ट पहुंची. अदालत के आदेश पर कीडगंज थाने में पप्पू पांडेय उर्मिला पांडेय दीपमाला पांडेय विद्याशंकर पांडेय और हरिओम पांडेय निवासी पूरावल्दी मोहल्ला के खिलाफ सुरजीत की हत्या कर बॉडी छिपाने गाली-गलौज व धमकी का मुकदमा लिखा गया है.

प्रयागराज (ब्‍यूरो) । पूरावल्दी मोहल्ला निवासी सुनैना करीब आठ साल से दिल्ली में प्राइवेट नौकरी कर रहती है। तबियत ज्यादा खराब होने के कारण वर्ष 2015 में वह अपनी मां सुशीला को साथ दिल्ली ले गई। पिता सुरजीत गांव में रह कर खेती बारी देखा करते थे। उनसे बराबर फोन पर सभी की बातें हुआ करती थीं। सुनैना के मुताबिक मार्च 2021 में उसने पिता से बात की तो वह अपने को पूरी तरह स्वस्थ्य बताए थे। अप्रैल में बीमार मां की मौत हो गई। दाह संस्कार के लिए जब पिता से संपर्क किया तो उनका फोन बंद था। पड़ोसियों ने बताया कि करीब 15 दिन पहले ही उनके पिता की मृत्यु हो गई है। सुनैना का आरोप है कि मोहल्ले के ही पप्पू, उर्मिला, दीपमाला, विद्याशंकर व हरिओम ने मकान पर कब्जा करने के उद्देश्य से उसके पिता की हत्या की और बॉडी गायब कर दिए। यह भी आरोप है कि कोरोना संक्रमण कम होने पर जब वह पैतृक निवास पर गई तो उसे घुसने नहीं दिया गया। आरोपितों ने धमकाया कि दोबारा यहां आने पर उसका भी वही हाल होगा, जो उसके पिता का किया गया है। इस घटना से परेशान सुनैना ने कीडगंज थाने से लेकर एसएसपी तक से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। तब उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।

कोर्ट के आदेश पर मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। अब केस की जांच और आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी।

सुनील बाजपेयी

इंस्पेक्टर कीडगंज

Posted By: Inextlive