आठवीं एफआरयू स्टार्ट, सरकारी में होंगे सीजर
प्रयागराज (ब्यूरो)। अब कोरांव की महिलाओं को भी आपरेशन से प्रसव सीजर कराने के लिए प्राइवेट अस्प्ताल नही जाना होगा। चिकित्सा अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोरांव डॉॅ। शमीम अख्तर के प्रयासों से कोरांव में बुधवार से सी सेक्शन से तीन महिलाओं का प्रसव कराया गया। अब यह सीएचसी फस्र्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू) के रूप में क्रियाशील हो गई है। डा। अखिलेश शुक्ला और डा। वी के वर्मा की टीम ने सिजेरियन प्रसव कराया। सीएचसी कोरांव में सिजेरियन प्रसव प्रारम्भ हो जाने से गर्भवती महिलाओं को अब 70 किमी दूर जनपद मुख्यालय नहीं आना पड़ेगा। अब इनको उनके घर के नजदीक ही ऑपरेशन के माध्यम से प्रसव की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। बता दें कि 12-16 फीसदी गर्भवती महिलाओं को विभिन्न जटिलताओं के कारण सिजेरियन प्रसव की आवश्यकता पड़ती है।
अब तक आठ हो गई संख्या
जिले में एफआरयू की संख्या अब आठ हो गई है। इसे पहले कौडि़हार, करछना, जसरा, सोरांव, फूलपुर, हंडिया और मांडा में एफआरयू का संचालन हो रहा था। डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट मैनेजर एनएचएम विनोद सिंह ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में जनवरी तक सरकारी अस्पतालों में कुल 4169 सीजर हो चुके हैं, जो कि एक उपलब्धि है। वहीं एक आंकलन में पाया गया है कि प्राइवेट अस्पतालों में 40 फीसदी और सरकारी अस्पतालों में 9 फीसदी तक सीजेरियन होते हैं। सरकार सरकारी अस्पतालों में सीजेरियन की संख्या बढ़ाने का प्रयास कर रही है।
डॉ। आशु पांडेय सीएमओ प्रयागराज