22 नवंबर को हुई थी एक ही परिवार के चार सदस्यों की हत्याहत्या के बाद महिला व उसकी बेटी से किया गया था रेपफाफामऊ थाना क्षेत्र के गोहरी में पिछले साल 22 नवंबर को हुई एक साथ चार लोगों की हत्या में कुल आठ लोग शामिल थे. यह घटना तीन दिन बाद 25 नवंबर को पब्लिक के बीच आयी थी. इस घटना को भी लूटपाट की नीयत से अंजाम दिया गया था. इस घटना में शामिल बदमाशों ने हत्या के बाद महिला और उसकी बेटी से रेप किया था. इस घटना का खुलासा पुलिस ने चौथी नई कहानी के साथ किया है.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। बुधवार को एडीजी प्रेम प्रकाश ने बताया कि गोहरी कांड को अंजाम देने से बाकायदे रेकी गई। सड़क से लेकर घर के अंदर प्रवेश करने और बचकर निकलने तक का रास्ता पहले ही तय कर लिया गया था। सातों ने बताया कि इस घटना को गैंग के कुल आठ गुर्गों ने मिलकर अंजाम दिया था। डकैती के इरादे से मोनू कुमार, रोहित खरवार, पीपी कुमार खरवार, नवल कुमार उर्फ नवला खरवार, मुर्गी पांख खरवार, बुंदेला उर्फ सारंगी खरवार और आकाश खरवार मृतकों के घर में बाउंड्री लांघकर घुसे थे। लूटपाट के दौरान परिवार के मुखिया की नींद खुल गयी। वह चीखा तो उसका बेटा और बेटी एवं पत्नी भी जाग गई थी। लोग उठते गए और आठों उन्हें मौत की नींद सुलाते गए। कत्ल के बाद भी युवती की बॉडी से दरिंदों ने बारी-बारी रेप किया। घटना को अंजाम देने के बाद सभी भट्ठा की तरफ पीछे के दरवाजे से निकले और दूर खड़े आटो से भाग गए थे। संरक्षक का नाम भी किया कुबूल


अफसरों के मुताबिक बदमाशों ने कबूल किया है कि फाफामऊ निवासी भीम कुमार गौतम उसकी पत्नी संगीता देवी उर्फ संगीता गौतम उर्फ संगीता खरवार व बेटी नेहा देवी उर्फ नेहा गौतम उर्फ नेहा खरवार उन्हें संरक्षण दिया करती थी। मूल रूप से बिहार की रहने वाली संगीता रानीगंज प्रतापगढ़ के एक शख्स से लवमैरिज की थी। उससे एक बेटी हुई। इसके बाद वह फाफामऊ के भीम कुमार गौतम से शादी कर बेटी को लेकर उसके साथ रह रही थी। भीम पेशे से ट्रक चालक है। उसका बिहार बराबर आना जाना था। इसी दौरान वह उसके संपर्क में आई थी। बेटी नेहा बड़ी हुई तो वर्ष 2018 में बिहार के कैमूर स्थित कुदरा चिलबिली निवासी रोहित खरवार से शादी कर ली। इसीलिए अंरराज्यीय गैंग के गुर्गे रोहित का ससुराल भीम के घर बराबर आना जाना था। भीम के साथ रिश्ते से संगीता को एक बेटा हुआ जो 15 साल का हो गया। संगीता का बिहार के इस आपराधिक गैंग से तगड़ा नेटवर्क था।

पहले सामने आ चुकी हैं तीन कहानियां


बता दें कि गोहरी कांड में इससे पहले तीन कहानियां सामने आयी थीं। पहली कहानी में जमीन का विवाद बताते हुए मृतक के भाई लालचंद्र निवासी मोहनगंज ने 12 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। पूछताछ के लिए पुलिस ने आरोपितों को उठाया तो इनसे कुछ ऐसा नहीं मिला जो काम का हो। इसके बाद एक और खुलासा किया गया। इसमें बताया गया कि इस परिवार की युवती को कोचिंग में पढऩे वाला एक युवक परेशान करता था। उसी ने अपने रिश्तेदार के साथ मिलकर उसे मौत के घाट उतार दिया था। तीसरी कहानी में एक युवक गिरफ्तार किया गया था। उसकी मृतक किशोरी के साथ मोबाइल पर चैटिंग हुआ करती थी।

Posted By: Inextlive