सकुशल सम्पन्न हुई अलविदा की नमाज गलियों तक में रहा कड़ा पहरा

प्रयागराज ब्यूरो । जुम्मतुल विदा पर रोजादारों ने की देश में अमन चैन खुशहाली की दुआ
माहे मुकद्दस रमजान के उन्तीसवीं को रमजान का पांचवां व आखरी जुमा को शहर सहित सभी इस पास के कस्बों में शान्ति और सदभाव के साथ जुम्मतुल विदा की नमाज अक़ीदत व ऐहतेराम के साथ सम्पन्न हुई। नमाज के बाद रोजादारों ने देश में अमन चैन और खुशहाली की दुआ मांगी। उधर, देर शाम शहर में चांद दिख जाने की पुष्टि सार्वजनिक हो गयी। इसके बाद शनिवार को पूरे जिले में एक साथ ईद का पर्व मनाये जाने का ऐलान कर दिया गया है। शुक्रवार की शाम चांद दिखने के बाद लोगों ने सेलीब्रेट करना शुरू कर दिया। ईद के बधाई वाले संदेश सेंड किये जाने लगे।
मस्जिदों के भीतर ही हुई नमाज
सरकार व शासन प्रशासन की हिदायत को ध्यान में रखते हुए चौक जामा मस्जिद, चक शिया जामा मस्जिद, रौशन बाग शाह वसीउल्ला मस्जिद, अबुबकर मस्जिद करैली, धोबी घाट हरी मस्जिद, रेलवे स्टेशन की बड़ी मस्जिद के साथ साथ दायरा शाह अजमल, रानीमंडी, बख्शी बाज़ार, अकबरपुर, रसूलपुर, अटाला, दरियाबाद, समदाबाद, रानीमंडी, हटिया बहादुरगंज, बरनतला, शाहगंज, सब्ज़ी मण्डी, कटरा आदि मस्जिदों के अंदर ही बाजमात नमाज अदा कराई गई। करैली की शिया जुमा मस्जिद ए खदीजा जहां बड़ी संख्या में एक साथ हज़ारों लोगों ने एक सफ में मौलाना रज़ी हैदर किबला की इमामत में बाजमात नमाज अदा की। मस्जिद के मुतावल्ली हसन आमिर की ओर से मस्जिद में नमाजियों के लिए खास ऐहतेमाम किया गया था।
रोजी में बरकत की दुआ
उम्मुल बनीन सोसायटी के महासचिव सैय्यद मोहम्मद अस्करी के अनुसार सुन्नत जमात की सभी मस्जिदों में जुम्मतुल विदा की नमाज़ तय समय पर अदा की गई तो वहीं शिया समुदाय में साढ़े पांच किलो मीटर के फासले पर ही जुमे की नमाज़ अदा होने के कारण चक जामा मस्जिद के साथ करैली में मस्जिद ए खदीजा, दांदूपूर की शिया मस्जिद व सैदाबाद की इबादत गाह में जुम्मतुल विदा की नमाज अदा कर देश में अमन चैन, खुशहाली, रोजी में बरकत, सेहत ओ सलामती, नेक राह चलने और गुनाहों से माफ करने की बारगाहे खुदावन्दी में हांथ फैला कर दुआ मांगी गई।

चप्पे-चप्पे पर रहा सुरक्षा घेरा
शुक्रवार को अलविदा की नमाज के लिए पूरे जिले में सुरक्षा के खास इंतेजाम किये गये थे। यह एलर्टनेस अतीक और अशरफ की एक साथ हुई हत्या के चलते समाज की नाराजगी को ध्यान में रखते हुए थी। यही कारण था कि गुरुवार की रात से ही शहर की तमाम बड़ी मस्जिदों पर बड़ी संख्या में आरएएफ, पीएसी समेत पुलिस फोर्स को तैनात किया गया था। मस्जिदों के आसपास ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त रखा गया। पुलिस कमिश्नर, कमिश्नर और डीएम समेत तमाम अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे।

पुलिस ने किया फ्लैग मार्च
अलविदा जुमे की नमाज से पहले शहर के संवेदनशील इलाकों में फोर्स न फ्लैग मार्च किया। करेली, अटाला, बहादुरगंज, चौक, चकिया, राजरूपपुर, कलिंदीपुरम समेत दर्जनों मोहल्ले में फोर्स चहलकदमी करती रही। पुलिस के अधिकारी मौके पर जायजा लेते रहे। बता दें कि 15 अपे्रल की रात अतीक अहमद और अशरफ की कालिवन अस्पताल मेंं हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद यह पहला जुमा था और इसको लेकर प्रदेश सरकार ने एलर्ट रहने के निर्देश दिए थे। क्योंकि इसके पहले अटाला कांड में जुमे की नमाज के बाद ही पत्थरबाजी को अंजाम दिया गया था। इस घटना के बाद पुलिस और प्रशासन बेहद सतर्क हो गया था।
ड्रोन से भी हुई निगरानी
इतना ही नही, माहौल को शांत रखने के लिए आरएएफ, एसडीआरएफ, सीएपीएफ और पीएसी को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। संवेदनशील मोहल्लों में पीएसी के जवानों को तैनात किया गया था। कर्बला मस्जिद, ईदगाह, जामा मस्जिद सहित सभी बड़ी मस्जिदों के आसपास के एरिया में ड्रोन से भी निगरानी की गई। जामा मस्जिद पर नमाज से ठीक पहले पहुंचे कमिश्नर विजय विश्वास पंत और डीएम संजय कुमार खत्री ने सुरक्षा व्यवस्थ की जानकारी ली। इसके पहले मार्निंग में सभी मस्जिदों के आसपास चूने का छिड़काव कर साफ सफाई कराई गई थी। जिसकी निगरानी के लिए प्रशासन की ओर से मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई थी। सभी अधिकारी लगातार भ्रमण करते रहे। इस दौरान अफवाह फैलाने वालों पर विशेष नजर रखी गई। अभिसूचना तंत्र सहित सोशल मीडिया सेल को भी सक्रिय कर दिया गया था। यह सभी पल पल तमाम ग्रुपों पर नजर रखे हुए थीं। पुलिस को बॉडी वार्न कैमरे, वाइना कूलर के साथ लैस किया गया था। मस्जिदों के आसपास हाई रेजोल्यूशन सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए थे।

Posted By: Inextlive