इसी सप्ताह मनाई जानी है ईद संडे को थी बड़ी खरीदारी की उम्मीदरोशनबाग से लेकर लोकनाथ तक उमड़ती है भीड़ एक भी दुकान नहीं खुली

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। रमजान का पवित्र महीना अब समाप्त होने की ओर है। तीसरा अशरा चल रहा है। इसी सप्ताह में ईद का पर्व मनाया जाना है। आज ईद के पर्व के पहले का अंतिम रविवार था। मार्केट को उम्मीद थी कि बड़ी संख्या में पब्लिक घरों से शापिंग के लिए निकलेगी। व्यापारियों ने ढेर सारा माल दुकानों में डंप कर लिया था। लेकिन, संडे को जो परिस्थितियां रहीं उसे देखकर कारोबारियों की नींद उड़ गयी है। वे सभी मार्केट जहां ईद पर ज्यादा खरीदारी होती है, कोई परिंदा भी पर मारने के लिए नहीं पहुंचा। किसी एक दुकान का ताला नहीं खुला। कारण डर था, आक्रोश था या फिर कुछ और इस पर कोई कुछ बात करने के लिए भी तैयार नहीं था।

शनिवार की रात ही दिख गया था असर
अतीक-अशरफ की हत्या शनिवार की रात 11 बजे के पहले ही हो गयी थी। इसके पहले तक रोशनबाग हो या फिर लोकनाथ मार्केट लोगों की भीड़ लगी हुई थी। कपड़े से लेकर क्राकरी और होम डेकोरेशन के सामान परचेज करने के लिए लोग घरों से निकले थे। यानी जिन्हें मौका मिल गया था वे शनिवार को ही त्योहार की शापिंग कर लेना चाहते थे। बताते हैं कि ईद जैसे त्योहार पर रोशनबाग मार्केट पूरी रात गुलजार रहती है। लेकिन, शनिवार की आधी रात के बाद जैसे ही पता चला कि अतीक और अशरफ को मार दिया गया है। इस पूरे मार्केट में भगदड़ मच गयी थी। आनन फानन में दुकानों के शटर गिरा दिये गये थे। पटरी दुकानदार भी अपना बोरिया बिस्तर समेट कर गायब हो गये थे। यही स्थिति रविवार को भी रही।

सोमवार को पकड़ सकती है तेजी
ईद मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा पर्व है। इसमें समाज का हर व्यक्ति शरीक होता है। ईद की सेवइयां फेमस हैं। इसे हर घर में तैयार किया जाता है और बांटा जाता है। सेवईं की ढेरों वेराइटी के साथ दुकानें सज गई थीं लेकिन पिछले 36 घंटे से इस पर ताला लटक रहा था। अब जबकि अतीक और अशरफ को सिपुर्द-ए-खाक किया जा चुका है तो संभावना जताई जा रही है कि मार्केट सोमवार को गति पकड़ सकता है।

Posted By: Inextlive