उप्र राजर्षि टंडन मुक्त विवि में तीन दिवसीय कार्यशाला की शुरुआतउत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय एवं सेमका के तत्वावधान में कैपेसिटी बिङ्क्षल्डग प्रोग्राम आन कंटेंट डेवलपमेंट यूजिंग ओईआर विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत हुई. विवि के सरस्वती परिसर स्थित लोकमान्य तिलक शास्त्रार्थ सभागार में आयोजित कार्यशाला में नेताजी सुभाष चंद्र बोस मुक्त विश्वविद्यालय कोलकाता के मुख्य वक्ता डॉ बरनाली राय चौधरी ने एजुकेशनल रिसोर्सेस के बारे में जानकारी दी. उन्होंने विभिन्न लाइसेंस लेने की प्रक्रिया तथा कॉपीराइट एक्ट के बारे में बताया. डॉ चौधरी ने कहा कि आज हमें समानता एवं बराबरी पर नहीं बल्कि हिस्सेदारी पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए.


प्रयागराज (ब्यूरो)। प्रबंधन अध्ययन विद्या शाखा के निदेशक प्रोफेसर ओम जी गुप्ता ने कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय के लिए ओईआर एक उपयोगी माध्यम है। जहां हम अपनी पाठ्य सामग्री एवं दूसरी संस्थाओं की पाठ्य सामग्री का व्यापक एवं सुचारू रूप से अध्ययन कर सकते हैं। कार्यशाला में ऑनलाइन जुड़े कामनवेल्थ ऑफ लर्निंग के सीनियर प्रोजेक्ट ऑफिसर मानस पाणिग्रही ने ओईआर की महत्ता पर जानकारी दी। कहा कि इसमें अध्ययन, अध्यापन, अनुसंधान आदि के लिए उपयोगी लाइसेंस मुक्त टेक्स्ट, मीडिया और अन्य डिजिटल वस्तुओं का समावेश है मुक्त शैक्षिक संसाधनों में पूरे कोर्स, शैक्षिक सॉफ्टवेयर तथा अन्य साधन सामग्रियां और तकनीकों को भी शामिल किया गया है। अतिथियों का स्वागत आंतरिक गुणवत्ता सुनिश्चित प्रकोष्ठ सीका के निदेशक प्रोफेसर आशुतोष गुप्ता ने किया। संयोजक डॉ राम जन्म मौर्य तथा संचालन डॉ ज्ञान प्रकाश यादव ने किया। वर्कशाप में डॉ गौरव संकल्प, डॉ अरविंद कुमार मिश्रा समेत 60 शिक्षक मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive