शिक्षित छात्र दीक्षित होने पर ही समाज के लिये उपयोगी
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छात्र-छात्राओं में बांटी गई डिग्रियां 55,544 रही कुल छात्रों की संख्या जिन्हें मिली डिग्री 62,520 रही डिग्री पाने वाली छात्राओं की संख्या 41 गोल्ड मेडल कन्वोकेशन में बांटे गए 02 गर्ल्स स्टूडेंट्स को मिला कुलाधिपति गोल्ड मेडल 31 गोल्ड पर छात्राओं ने जमाया कब्जा प्रो। राजेन्द्र सिंह (रज्जू भैया) यूनिवर्सिटी में आयोजित हुआ तीसरा कन्वोकेशन गवर्नर के साथ डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने प्रोग्राम में शिरकत की prayagraj@inext.co.inPRAYAGRAJ: प्रो। राजेन्द्र सिंह (रज्जू भैया) यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को तीसरे कन्वोकेशन का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत कुलाधिपति गवर्नर आनंदीबेन पटेल, चीफ गेस्ट डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, विशिष्ट अतिथि केन्द्रीय मंत्री डॉ। महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने दीप जलाकर की। इसके बाद कुलपति प्रो। कामेश्वर ने यूनिवर्सिटी के अब तक के सफर पर विस्तार से जानकारी दी। गवर्नर आनंदी बेन पटेल ने श्री सुमंगलम सेवा न्यास चाड़ी नैनी प्रयागराज के बच्चों को ज्ञानवर्धक, चित्रकारी, कहानी की पुस्तकें, रंग, फल, स्कूल बैग का वितरण किया। साथ ही कन्वोकेशन की शोभायात्रा में शामिल बच्चों को भी फल, व बैग का वितरण किया। गर्वनर ने कन्वोकेशन में डिग्री और मेडल पाने वाले सभी स्टूडेंट्स को बधाई देते हुए भविष्य में सफलता के लिए मंत्र दिया।
व्यवहारिक संकल्प है दीक्षांतअध्यक्ष गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने कहा कि प्रयागराज में युगपुरूष प्रो। राजेन्द्र सिंह (रज्जू भैया) के नाम से स्थापित यूनिवर्सिटी के कन्वोकेशन में शामिल होने पर उन्हें खुशी हो रही है। उन्होंने कन्वोकेशन में डिग्री और मेडल पाने वाले सभी स्टूडेंट्स को संबोधित किया। कहा कि शिक्षा की पूर्णता के पश्चात उसका व्यवहारिक संकल्प ही दीक्षान्त कहलाता है। कोई भी शिक्षित स्टूडेंट दीक्षित होकर ही समाज के लिये उपयोगी हो सकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता व मानवीय सोच की चर्चा करते हुए कहा कि उनके इन्हीं क्षमताओं के कारण देश कोविड 19 महामारी से बाहर आने सक्षम हो सका है। कहा कि अब हमारा वैक्सीनेशन कार्यक्रम भी दुनिया में एक मिसाल बन रहा है।
गोल्ड मेडल पाने वालों में छात्राओं की दिखी मेधा समारोह में 41 स्टूडेंट्स को अलग-अलग कोर्स में गोल्ड मेडल बांटे गए। इसमें गर्ल्स की संख्या 31 रही। दो गर्ल्स स्टूडेंट्स अनुष्का श्रीवास्तव व जयति श्रीवास्तव को कुलाधिपति गोल्ड मेडल दिया गया। साथ ही गुलाटी स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाली भी दो गर्ल्स स्टूडेंट्स रही। स्टूडेंट्स ही नहीं, टीचर्स का भी बढ़ता है सम्मानकेन्द्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री डॉ। महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि यह केवल स्टूडेंट्स के लिए गर्व एवं गौरव का क्षण नहीं है। बल्कि इस उपलब्धि के पीछे उन निष्ठावान तथा युगद्रष्टा टीचर्स का भी सम्मान होता है। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार देश के युवाओं के सपनों को मूर्त रूप देने के लिए कौशल विकास एवं उद्यमशिलता जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय का गठन किया है। इसका महत्वपूर्ण उद्देश्य युवा पीढ़ी को रोजगारयुक्त तथा आत्मनिर्भर बनाना है।
70 परसेंट कॉमन होने चाहिए सिलेबसकन्वोकेशन के चीफ गेस्ट डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने पदक सूची में बेटियों की संख्या बेटों से अधिक होने पर प्रसन्नता व्यक्त की। कहा कि ये महिला सशक्तिकरण का प्रतीक है। कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से स्टूडेंट्स के अंदर सोच एवं रचनात्मक क्षमता बढ़ाकर सीखने की प्रक्रिया को और अधिक बढ़ाने पर ध्यान दिया गया है। कहा कि हमारा लक्ष्य डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देना है। हमारी नीति है कि 70 प्रतिशत पाठ्यक्रम कॉमन होने चाहिए। 30 प्रतिशत यूनिवर्सिटी की ओर से तैयार किए जाए। जिससे बच्चों को कहीं पर भी एडमिशन लेने में परेशानी न हो। उन्होंने बताय कि सरकार का प्रयास है कि सभी यूनिवर्सिटी में डिजिटल लाइब्रेरी और ई सुविधा केन्द्र की स्थापना हो। साथ ही ऑनलाइन शिक्षा पर जोर दिया जाना चाहिए। आखिर में कुलपति प्रो। कामेश्वर नाथ सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर सांसद रीता बहुगुणा जोशी, सांसद केसरी देवी पटेल, विधायक अजय भारती, मेयर अभिलाषा गुप्ता समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।