क्लीनिक से बाहर निकल रहे लोगों पर पलटा बेकाबू ई-रिक्शा
प्रयागराज (ब्यूरो)।मालवीय रोड पर कई डाक्टरों की क्लीनिक है। यहां बड़ी संख्या में मरीज और उनके घरवाले एकत्र रहते हैं। मंगलवार दोपहर क्लीनिक से लोग बाहर निकल रहे थे। उसी समय बालसन चौराहे से जार्जटाउन थाने की तरफ जाने वाले मालवीय रोड पर तीव्र गति से एक ई-रिक्शा जा रहा था। क्लीनिक से बाहर निकले लोग कुछ समझ पाते, इससे पहले ई-रिक्शा उनसे टकराते हुए उनके ऊपर पलट गया। कई लोग उसके नीचे दब गए, वहीं तीन लोग टक्कर से सड़क किनारे गिर पड़े। चंद कदम पर ही पुलिसकर्मी मौजूद थे। वे मौके पर पहुंचे और दबे हुए लोगों को बाहर निकाला। इसमें रिशु, पंकज, बलवीर, सोनू, आयुषी को चोट आई थी। सभी को सड़क से किनारे बैठाया गया। एक तरफ पुलिस चोटिल लोगों की मदद में लगी थी तो दूसरी तरफ चालक ई-रिक्शा लेकर भागने के फिराक में था। जैसे ही पुलिस की नजर दूसरी तरफ हुई वह तेजी से ई-रिक्शा लेकर भाग निकला। मौजूद भीड़ ने उसे पकडऩे की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। पुलिसकर्मियों ने भी उसका पीछा किया, लेकिन तब तक वह निकल गया था।
उल्टे-सीधे तरीके से चलाते हैं वाहन
ई-रिक्शा चालक उल्टे-सीधे तरीके से वाहन चलाते हैं। सड़क पर मामूली सा गड्ढा नजर आने पर अचानक ये वाहन को मोड़ देते हैं, जिस कारण पीछे से आ रहा वाहन सवार टकरा जाता है। प्रतिदिन ई-रिक्शा के कारण कई लोग चोटिल होते हैं, बावजूद इसके ये अपनी कारस्तानी से बाज नहीं आ रहे हैं।
दुर्घटना के साथ ही ई-रिक्शा के कारण जाम भी शहर में लगता है। आड़े-तिरछे तरीके से और आगे निकलने की होड़ में ये ऐसे ई-रिक्शा को खड़ा करते हैं कि पलभर में ही जाम लग जाता है। विरोध करने पर ये लड़ाई पर भी आमदा हो जाते हैं। 12 दिन में हो चुकी हैं छह घटनाएं
ई-रिक्शा के कारण महज 12 दिन में छह घटनाएं हो चुकी हैं। निरंजन डाट पुल के नीचे सवारियों से भरा ई-रिक्शा इसलिए पलटा, क्योंकि चालक ने सड़क पर मामूली गड्ढा देखकर एक झटके में वाहन को दूसरी तरफ मोड़ दिया था। कीडगंज बीच वाली सड़क, रामबाग रेलवे स्टेशन के बाहर, लाउदर रोड, जीटीबी नगर करेली, मीरापुर गोलपार्क के पास भी ई-रिक्शा पलट चुके हैं। इसमें कोई लोग चोटिल भी हुए थे।
बुजुर्ग की चली गई थी जान
पुराने यमुना पुल के पास पिछले माह 80 वर्षीया बुजुर्ग महिला सड़क पार कर रही थी। उसी समय तीव्र गति से आए ई-रिक्शा चालक ने टक्कर मार दिया था। दो दिन तक स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती रहने के बाद वृद्धा ने दम तोड़ दिया था।
हरेंद्र ङ्क्षसह, टीआइ प्रथम