दुर्गा पूजा पंडालों की परम्परा बचाने की कवायद
प्रयागराज (ब्यूरो)। सिटी की दुर्गा पूजा कमेटियों के बीच हमेशा से ही बेहतर करने की होड़ लगी रहती थी। सिटी के कई दुर्गा पूजा पंडाल बनाने के लिए दूसरे प्रदेशों से बड़ी संख्या में कारीगर कई महीने पहले ही चले आते थे और दिन रात मेहनत करके पंडाल को तैयार कराते थे। लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। जार्जटाउन दुर्गा पूजा बारवारी के सुब्रतो सेन बताते हैं कि इस बार बहुत ही साधारण तरीके से दुर्गा पूजा महोत्सव मनाया जा रहा है। यहीं कारण है कि इस बार पंडाल तैयार करने के लिए किसी थीम पर वर्क नहीं किया गया। सिम्पल तरीके से पंडाल बनवाकर उसमें सरकारी गाइड लाइन के अनुसार छोटी साइज की मूर्तियों की स्थापना की गई है। पंडालों में पूजा भी बेहद साधारण ढंग से हो रही है। जिससे परम्परा का निर्वहन हो सके। यहीं कारण था कि इस बार पंडाल में महालया भी नहीं किया गया। क्योकि इसमें भी भीड़ बढ़ती है। मूर्ति का साइज भी इस बार सिर्फ साढ़े 4 फिट ही रखा गया है।
अल्लापुर में भी सिम्पल तरीके से हो रही दुर्गा पूजा
रामानंद नगर बीएचएस दुर्गा पूजा कमेटी शिवाजी पार्क अल्लापुर से जुड़े राजेश दादा बताते है कि इस बार पंडाल को तैयार करने के लिए किसी थीम को नहीं रखा गया। छोटा सा साधारण पंडाल बनाकर वहां पर मूर्तियों की स्थापना की गई है। जिससे दुर्गा पूजा की सालों से आ रही परम्परा बनी रहे। उन्होंने बताया कि लास्ट इयर भी कोरोना महामारी के कारण विशेष पंडाल नहीं बनाया गया था।