सिविल लाइंस बस स्टैंड के सामने दुकान चला रहे अवैध वेंडर दबंगई पर उतारू हैं. भूख लगने पर बाटी-चोखा खा रहे एक युवक की इन दबंगों द्वारा जमकर पिटाई की गई. अवैध वेंडर युवक को पीटता रहा और लोग उसके डर से तमाशबीन बने रहे. किसी ने मामले की खबर पुलिस को दे दी. पुलिस पहुंची और दबंग अवैध वेंडर व घायल युवक को लेकर सिविल लाइंस थाने पहुंची. करीब घंटे भर बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया. स्थानीय लोग बताते हैं कि युवक की पिटाई करने वाले अवैध वेंडर की दबंगई यहां आए दिन देखने को मिलती है. वह यात्रियों को अक्सर इसी तरह पीटता रहता है और समझौते होते रहते हैं. अनदेखी का यही आलम रहा तो किसी भी दिन यहां बड़ी घटना हो सकती है. मंगलवार दोपहर हुई इस यह दूसरे दिन बुधवार लोगों में चर्चा का विषय रही.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सिविल लाइंस स्थित रोडवेज बस स्टैंड के सामने का एरिया नो-वेंडिंग जोन है। बावजूद इसके यहां दर्जनों दुकानें दबंगई के बल पर रोड किनारे खुलेआम चल रही हैं। यहां एक अवैध वेंडर सिविल लाइंस का खुद को दबंग और माफिया समझ बैठा है। इसी दबंगई के बूते अवैध रूप से टैक्सियां भी चलवाता है। उसकी दबंगई के आगे अन्य दूसरे दुकानदार सहमे रहते हैं। बताते हैं कि मंगलवार दोपहर एक यात्री बस स्टैंड के सामने ठेले पर बाटी-चोखा खा रहा था। अचानक पहुंचे दबंग अवैध वेंडर की किसी बात को लेकर युवक से बहस होने लगी। बस इतने में अवैध वेंडर उस युवक की जमकर पिटाई शुरू कर दिया। वह चिल्लाता रहा और लोग तमाशा देखते रहे। बात मालूम चली तो सिविल लाइंस पुलिस मौके पर पहुंची। युवक और उस दबंग को पुलिस थाने ले गई। घंटे भर बाद दबंग की ओर से कई लोग भी थाने जा पहुंचे और युवक के पास समझौते के सिवाय कोई आप्शन नहीं बचा। लास्ट में पिटने के बावजूद उस युवक को समझौता करना पड़ा। लोग कहते हैं कि यह सिर्फ अकेले अवैध वेंडर ऐसा नहीं है। कई अवैध वेंडर हैं जिनके द्वारा आए दिन यहां यात्रियों व ग्राहकों से मारपीट होती रहती है। फर्क इतना है कि यात्री बाहरी होते हैं और वह सफर में विवाद मोल लेना मुनासिब नहीं समझते। शायद इसी का फायदा यह दबंग अवैध वेंडर उठा रहे हैं।

बाटी-चोखा की दुकान पर मारपीट हुई थी। दोनों पक्षों को कार्रवाई के लिए थाने लाया गया था। बाद में दोनों ने आपस में समझौता कर लिया। जिसकी वजह दोनों को छोडऩा पड़ा।वीरेंद्र यादव इंस्पेक्टर सिविल लाइंस

Posted By: Inextlive