निरीक्षण को पहुंचे मेयर से पब्लिक ने की लो प्रेशर और गंदे पानी की शिकायत


प्रयागराज ब्यूरो । पम्पिंग स्टेशनों का निरीक्षण करने के लिए शुक्रवार को पहुंचे मेयर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी को मोरी गेट के पास नाला गंदगी से पटा मिला। पब्लि ने बताया कि इससे बगल में रहने वाले लोगों को पानी बेहद खराब मिलता है और प्रेशर भी लो रहता है। गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई द्वारा बताया गया कि लाइन को बूस्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही इससे निजात मिल जाएगी।टीम के साथ निकले थे मेयर


मेयर बाढ़ पम्पिंग स्टेशनों, अस्थाई पम्पिंग स्टेशन, नाला सफाई, छीतपुर नाला व तालाब का निरीक्षण करने निकले थे। पार्षद आकाश सोनकर, रूद्र सेन, अनुपमा पाण्डेय, विनय कुमार मिश्रा व सतीश कुमार मुख्य अभियन्ता, कुमार गौरव महाप्रबन्धक जलकल, संघ भूषण अधिशाषी अभियन्ता जलकल व दीपक कुमार व राम सक्सेना अवर अभियन्ता भी मौजूद थे। टीम सबसे पहले मोरी गेट पम्पिंग स्टेशन पहुंची। यहां 6 डीजल तथा 5 इलेक्ट्रिक पम्प स्थापित हैं। सभी ठीक से कार्य करते मिले। मेयर ने पूछा कि कितने कर्मचारी कार्यरत हैं? तो महाप्रबन्धक जलकल द्वारा बताया गया कि वर्षा ऋतु में 8 से 10 कर्मचारी कार्यरत रहते हैं। बख्शी बांध पम्पिंग स्टेशन में 7 डीजल व 10 इलेक्ट्रिक पम्प स्थापित है जो वर्तमान में चालू हालत में है। यहां नाला सफाई का कार्य चल रहा था। जाली लगाने व टूटे नाले की दीवार को ठीक कराने हेतु सम्बन्घित पार्षद द्वारा अनुरोध किया गया। इस पर मेयर ने नगर निगम व जल संस्थान के अधिकारियों को समन्वय स्थापित कर कार्य कराने हेतु निर्देशित किया गया। तीन दिन में हटा दें सिल्ट

बाघम्बरी रोड पर फांसी मशीन द्वारा नाला सफाई का कार्य चल रहा था। नाले से निकालकर सिल्ट बाहर रखी गयी थी। मेयर ने सभी स्थानों पर जहॉ पर नाला सफाई कार्य चल रहा है हर तीसरे दिन सिल्ट निस्तारण के निर्देश दिये गये। बताया गया कि अस्थाई पम्पिंग स्टेशन गेट नं। 9 और 13 के निरीक्षण के दौरान सभी पम्प स्थापित करने की कार्यवाही हो रही है। पम्पों को स्थाई पम्पिंग स्टेशन बनाने का आदेश दिये गये। निरीक्षण के दौरान जिन स्थानों से मेयर की टीम निकली वहां सड़क के किनारे मलवा व कूड़े के ढेर पाये गये। नालियां सिल्ट से भरी पायी गईं। सफाई की व्यवस्था अत्यन्त क्षीर्ण पायी गयी। मेयर ने दूरभाष पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी को आदेश दिया गया कि प्रत्येक दिन 2 घंटे शहर के विभिन्न स्थानों का भ्रमण कर सफाई व नालियों के सिल्ट निकालने का निरीक्षण करें। इसमें कोई शिथिलता न बरती जाये। टीम लगाकर नालियों की सफाई का कार्य किया जाय।जलकुम्भी से भरा मिला तालाबछीतपुर तालाब जल कुम्भी से पटा हुआ तथा मलाकराज व छीतपुर तालाब को जोडऩे वाला नाला मलाकराज की तरफ नीचा तथा तालाब की तरफ ऊॅचा होने के कारण वर्षा होने पर बैक फलो करता है तथा मलाकराज में जल प्लावन की स्थिति उत्पन्न होती है। तलाब से जाने वाले कच्चे नाले की सफाई हेतु मुख्य अभियन्ता को आदेशित किया गया। मेयर ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि सभी पम्पिंग स्टेशनों में स्थापित पम्पों को वर्षा ऋतु से पूर्व पुन: परीक्षण कराकर उसकी आयलिंग ग्रीसिंग आदि करा ली जाय। नाला नालियों की सफाई का कार्य युद्ध स्तर पर कराया जाय। सभी अधिकारी अपने कार्य क्षेत्र में प्रतिदिन 2 घंटे अपने क्षेत्र में भ्रमण कर जन शिकायतों को निस्तारण व जनहित के कार्य करायें।

Posted By: Inextlive