- टेंट के नीचे बैठे सिपाही भर्ती 2018 के अभ्यर्थी मेडिकल टेस्ट के लिए करते रहे नंबर का इंतजार

- दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट से बातचीत में भावी सिपाहियों ने अब तक के अनुभव को किया शेयर

PRAYAGRAJ: टेम्प्रेचर 30 डिग्री के ऊपर, सिर से टपकता पसीना, पर हौसला व जुनून पुलिस बनने का। यह सीन था मंगलवार से पुलिस लाइंस में सिपाही भर्ती 2018 की मेडिकल परीक्षण में शामिल होने के लिए आए अभ्यर्थियों की। पुलिस लाइन में टेंट के नीचे दर्जनों अभ्यर्थी अपनी बारी का इंतजार करते दिखे। धूप, गर्मी, उमश से बेखबर सभी युवाओं की आंखों में बस बोर्ड के सामने पहुंचने की ललक झलकती रही।

16 मार्च तक होगा मेडिकल परीक्षण

इन अभ्यर्थियों की दौड़ पिछले वर्ष जनवरी में हुई थी। दौड़ व लिखित परीक्षा में क्वालीफाई करने वालों को मेडिकल परीक्षण के लिए गृह जनपद के पुलिस लाइंस में मेडिकल के लिए अभ्यर्थियों को कॉल किया गया। यहां करीब 301 अभ्यर्थियों का मेडिकल होना है। पर-डे 50 अभ्यर्थी को मेडिकल के लिए पुलिस लाइंस बुलाया गया। मेडिकल के लिए सभी को बाकायदे लेटर भेजे गए थे। लेटर पर लिखी डेट के अनुसार मेडिकल के लिए 50 अभ्यर्थी पुलिस लाइंस पहुंचे थे। पुलिस लाइंस में कुछ ऐसे भी अभ्यर्थी पहुंचे थे जिनका मेडिकल बुधवार को होना है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे इसलिए आए हैं ताकि जिनका मेडिकल हो चुका है उनसे थोड़ा अनुभव हासिल कर सकें।

लिखित से लेकर दौड़ तक की परीक्षा जनवरी 2020 में ही पास कर ली थी। साल भर बाद मेडिकल की डेट आई है। बीएससी एग्रीकल्चर हूं। अब ईश्वर की कृपा होगी तो मेडिकल भी पास हो जाएंगे। फिजिकल की तैयारी में ज्यादा मेहनत करनी पड़ी। पुलिस की नौकरी करेंगे तो क्या धूप क्या छांव सब बराबर है।

नवनीत दिवाकर, मुण्डेरा धूमनगंज

बीएड व टेट जैसी परीक्षाएं पास कर चुका हूं। सिपाही भर्ती की वैकेंसी आई तो फार्म भर दिया। पर-डे फिजिकल तैयारी के लिए सुबह शाम दो-दो घंटे दिया करता था। इस दौरान टाइमिंग सेट कर दौड़ लगाता था। साथ में पढ़ाई भी। इसी का परिणाम है कि लिखित और दौड़ आदि निकल कर मेडिकल तक पहुंचा।

अभिनव कुमार, फूलपुर

पंद्रह दिन की दौड़ प्रैक्टिस और अन्य फिजिकल की प्रैक्टिस किया था। इसके बाद हमें दौड़ से लेकर लिखित परीक्षा तक कोई दिक्कत नहीं हुई। अब तो बस मेडिकल निकल जाय फिर ज्वानिंग पक्की है। यहां टेंट लगा ही है, धूप छाव की चिंता करता तो पुलिस में भर्ती होने क्यों आता? टेंट में ठंडे पानी की व्यवस्था है।

सुरेश यादव, बहरिया

नौकरी के लिए लोग न जाने कितनी तकलीफे उठाते हैं। फिर यहां तो कुछ ही घंटे धूप में लगाए गए टेंट में बैठना है। नौकरी मिल जाय बाकी धूप छांव की परवाह नहीं है। पहली बार में ही दौड़ सहित अन्य सारी परीक्षाएं क्वालीफाई कर मेडिकल में शामिल होने का मौका मिला। अब तो बस ईश्वर से यही दुआ है कि पुलिस बन जाऊ।

धनंजय कुमार, छोटा बघाड़ा

पर-डे 50 अभ्यर्थियों का मेडिकल होना है। बोर्ड के सामने वही अभ्यर्थी जाएंगे जिन्हें भेजे गए लेटर पर तिथिवार बुलाया गया होगा। अभ्यर्थियों का यह मेडिकल 16 मार्च तक चलेगा। गर्मी को देखते हुए टेंट और पानी एवं कुर्सी आदि के इंतजाम किए गए हैं।

सोमेंद्र मीना, सीओ बैरहना/पुलिस लाइंस

Posted By: Inextlive