संख्या का पता नही, कैसे रोकेंगे सड़कों पर दुर्घटना
प्रयागराज ब्यूरो ।सड़कों और रिहाइशी इलाकों में छुट्टा व आवारा पशुओं की वजह से आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं। साथ ही राहगीरों को असुविधा का सामना भी करना पड़ता है। इन पर लगाम लगाने की प्रशासनिक कवायद भी नाकाफी साबित हो रही है जिसके जिम्मेदार अधिकारी हैं। उन्हें पता ही नही है कि उनके एरिया में कितने छुट्टा पशु मौजूद है। इसको लेकर कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने मंगलवार को नाराजगी भी जताई है1 इस संबंध में आयोजित बैठक मे ंउन्होंने छुट्टा पशुओं की संख्या नही बता पाने पर चायल और हंडिया के एसडीएम से आख्या तलब की है। पकड़कर अस्थाई गोआश्रय स्थलों में ले जाएं
शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में सड़कों एवं रिहाइशी इलाकों में छुट्टा एवं आवारा पशुओं की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं/असुविधाओं को रोकने के कमिश्नर की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में तहसीलवार समीक्षा करते हुए कश्मिनर ने प्रत्येक तहसील के अधिशासी अधिकारी, नगर पंचायत से उनकी तहसीलों के छुट्टा / आवारा पशुओं की जानकारी ली। साथ ही पशुओं को पकडकर अस्थायी गोआश्रय स्थलों में स्थानान्तरित करने की व्यवस्था करने को कहा। साथ ही सभी संबंधित गोआश्रय स्थलों पर आवश्यक सुविधायें, वैक्सिनेशन तथा समुचित गीले एवं हरे चारे की व्यवस्था करने को भी कहा।
नही दे सके उचित जवाब
कमिश्नर ने लापरवाही बरत रहे गो मालिकों का मानक के अनुरूप चालान करने के भी निर्देश दिए तथा अधिशासी अधिकारी, नगर पंचायत, हण्डिया एवं चायल द्वारा छुट्टा पशुओं की संख्या के संबंध में संतोषजनक उत्तर न दे पाने पर उप जिलाधिकारी हण्डिया एवं चायल से इस संबंध में आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।कमिश्नर ने चेतावनी देते हुए संबंधित अधिकारियों से कहा कि औचक निरीक्षण के दौरान यदि आदेशों का अनुपालन नहीं पाया गया अथवा उनके द्वारा दिए गए आंकड़ों में भिन्नता पायी गयी तो संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।