फेस्टिवल सीजन में ऑफर से उतावले नहीं एलर्ट रहें, इन मैसेज को इग्नोर करने की जरूरत
प्रयागराज ब्यूरो । त्योहारों को देखते हुए मोबाइल पर आने वाले आकर्षक आफर के मैसेज आप के लिए आफत बन सकते हैं। ऐसे मैसेज पर विश्वास करने करने वाले साइबर ठगी के शिकार हो रहे हैं। इसलिए ऐसे लुभावने ऑफर से जुड़े मैसेज को इग्नोर करने की जरूरत है। मिल रही शिकायतों को देखते हुए साइबर सेल के एक्सपर्ट लोगों को अवेयर करने में जुट गए हैं। ताकि त्योहार के सीजन में कोई साइबर फ्राड के बुने इस जाल में नहीं फंसने पाए। ऐसे मैसेज से बचने के तरीके भी साइबर सेज के द्वारा बताए जा रहे हैं। जिन पर लोग अमल करके ठगी से बच सकते हैं।
जानिए क्या कैसे आते हैं मैसेज
नवरात्रि और दशहरा बीत चुका है। धनतेरस, दीपावली, करवा चौथ, गोवर्धन पूजा जैसे कई त्योहार करीब हैं। इन त्योहारों की आड़ में साइबर शातिर लोगों को ठगने का जाल बुनना शुरू कर दिए हैं। उनके जरिए लोगों के लोगों के पास मोबाइल पर मैसेज और लिंक भेजकर तरह तरह के प्रलोभन दिए जा रहे हैं। किसी लिंक में सोने चांदी की खरीद पर बम्पर छूट की लालच तो कभी कपड़ों पर छूट एवं एक पर एक फ्री जैसी स्कीमें बता रहे हैं। इतना ही नहीं लिंक और मैसेज को क्लिक करते कूपन लेकर गाडिय़ों पर भी बीस से तीन हजार रुपये की छूट का झांसा दे रहे हैं। सोने व चांदी के सिक्कों के नाम पर भी वह लोगों को फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। शहर के तीन लोग ऐसे ही मैसेज के शिकार हो चुके हैं। प्राप्त इन शिकायतों को देखते हुए साइबर सेल के एक्सपर्ट अलर्ट हो गए हैं। एक्सपर्ट कहते हैं कि ऐसे मैसेज से लोग दूरी बना कर रहे हैं। ऑफर से जुड़े यह मैसेज किसी आफत से कम नहीं हैं। इस लिए ऐसे मैसेज पर लोगों को बिल्कुल ध्यान देने की जरूरत नहीं है। कहते हैं कि ऑफर से जुड़े मैसेज पर भरोसा करने का मतलब साइबर शातिरों द्वारा बुने गए जाल में फंस जाना है।
इस तरह खुद को रखें सेफ
मोबाइल पर ऑफर से जुड़े मैसेज या लिंक आए तो पहले उसकी सत्यता के बारे में पता कर लें।
जब तक खुद पूरी तरह से यह तय नहीं कर लें कि वह मैसेज सही है किसी भी नंबर पर कॉल न करें।
दिए गए लिंक में नामी कंपनियों के नाम भी दिखाई देते हैं। ऐसे में पहले उस कंपनी की एजेंसियों से संपर्क करें।
मैसेज में दिए गए मोबाइल नंबर पर कॉल यदि कर भी रहे तो उसके बताए तरीकों या फिर ऑन लाइन ट्रांजेक्शन से बचें।
यदि मैसेज में लिंक करके अकाउंट नंबर, ओटीपी जैसी चीजें मांगी गई हों तो बिल्कुल शेयर नहीं करें।
मुट्ठीगंज के दीपक के मोबाइल पर दशहरा पर स्मार्ट वाच पर छूट का मैसेज आया। दिए गए नंबर पर वह काम किए तो ऑन लाइन पेमेंट मांगा गया। इसके लिए भेजे गए ओटीपी को बताते ही उनके खाते से 28 हजार रुपये गायब हो गए। हफ्ता भर बीतने के बावजूद उन्हें वह घड़ी नहीं मिली तो शिकायत साइबर सेल में किए। केस-2
झूंसी की शिक्षिका दीपक शिखा के पास पांच हजार के लहंगा पर तीन हजार की छूट का लिंक आया था। ऑफर सीमित समय के लिए लिखा था। वह उस पर क्लिक करके लहंगा बुक कर लीं। लिंक में लिखा था आधा पेमेंट पहले ऑन लाइन करना होगा। वह पैमेंट ऑन लाइन कर दीं। इसके बाद खाते से 15 हजार रुपये साइबर ठग गायब कर दिए।
केस-3
अल्लापुर के रामेंद्र तिवारी के पास के 10 से 15 हजार की फ्रिज पर छूट पाने के लिए तत्काल दिए नंबर पर कॉल का मैसेज आया था। वह कॉल किए तो बताया गया कि सौ रुपये में कंपनी कूपन देगी। जिस पर तीन हजार की छूट मिलेगी। वह कूपन के लिए जैसे ही सौ रुपये ऑनलाइन भेजे थोड़ी देर बार खाते से 25 हजार रुपये साइबर ठग पार कर दिए।
केस चार
इधर चार दिनों में इस तरह की तीन शिकायतें प्राप्त हुई हैं। लोगों को ऐसे आफर वाले मैसेज व लिंक से सतर्क रहने की जरूरत है। थोड़ी सी लालच में बड़ा नुकसान हो सकता है।
जय प्रकाश सिंह, साइबर एक्सपर्ट साइबर सेल