पोस्टमार्टम हाउस के दोनों गेट को बंद करके कर्मचारियों से की झड़पसूचना पर पहुंचे एसआरएन चौकी के दरोगा व अन्य जवानों से की अभद्रता

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। पोस्टमार्टम हाउस के दोनों गेट को बंद करके एक डॉक्टर ने रविवार सुबह जमकर हंगामा किया। अफसरों के द्वारा ड्यूटी पर लगाए गए होमगार्ड को फटकार कर कुर्सी सहित भगा दिया। इतने पर भी उसका जी नहीं भरा तो पीएम हाउस के कर्मचारियों व डॉक्टरों को गालियां देने लगा। करीब आधे घंटे तक उसकी इस दबंगई को देख अपनों की बॉडी का पोस्टमार्टम कराने पहुंचे गमजदा लोग सहम गए। पोस्टमार्टम के कर्मचारियों द्वारा उसकी इस हरकत की खबर एसआरएन चौकी पुलिस को दी गई। सूचना पर चौकी से पहुंचे पुलिस कर्मियों से भी जमकर अभद्रता की। अपने पद का रौब गांठते हुए समझा रहे चौकी के दरोगा से भी खरी खोटी सुनाया। पोस्टमार्टम का काम छोड़कर सहमे कर्मचारी भाग कर छत पर चले गए। पुलिस के जवान किसी तरह बड़ी मशक्कत के बाद उसे बाहर किए। इसके बाद पोस्टमार्टम का काम शुरू हुआ। हंगामा करने वाले डॉक्टर आशीष सिंह को फोरेंसिक विभाग तृतीय वर्ष का जूनियर बताया गया। कुछ दिन पूर्व भी वह इस तरह की हरकत किया था। जिस पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिगहिया के चिकित्सा अधिकारी डॉ। समी अहमद के द्वारा उसके विरुद्ध तहरीर चौकी में दी गई थी।

चौकी पुलिस को दी गई तहरीर
विभागीय लोग बताते हैं कि वैसे तो पोस्टमार्टम कार्य दोपहर करीब एक बजे से शुरू होता है। मृतकों की बॉडी व उनके परिजन पोस्टमार्टम हाउस पर सुबह से आने लगते हैं। इस लिए पीएम हाउस के कुछ कर्मचारी सुबह 10.30 से 11 बजे तक आ जाते हैं। क्योंकि उन्हें पोस्टमार्टम पूर्व कागजी कार्रवाइयां भी पूरी करनी पड़ती हैं। रविवार सुबह करीब साढ़े दस बजे डॉ। आशीष पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गया। बताते हैं कि पहुंचते वह ड्यूटी पर लगाए गए होमगार्ड को गालियां देते हुए अभद्रता शुरू कर दिया। इस बीच पीछे साइड गेट बंद करके लौटा तो कुर्सी पर बैठे होमगार्ड को फटकारते हुए भगा दिया। उसकी फटकार से सहमा होमगार्ड कुर्सी लेकर पोस्टमार्टम हाउस के कमरे में चला गया। वह खुलेआम पोस्टमार्टम कराने पहुंचे गमजदा लोगों के सामने बेखौफ कर्मचारियों व डॉक्टरों को गालियां देता रहा। डरे सहमे कुछ कर्मचारी उसकी हरकत देखकर कमरे से निकल कर छत पर भाग गए। कुछ कर्मचारी हिम्मत करके बाहर आए तो उन्हें धमकाते हुए गालियां देना शुरू कर दिया। अचानक वह मुख्य गेट के पास पहुंचा और बंद कर दिया। इस बीच किसी ने जानकारी एसआरएन पुलिस चौकी को दे दी। चौकी से एक दरोगा और करीब तीन सिपाही पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। यहां पहुंचे दरोगा व पुलिस कर्मियों से भी वह अभद्रता करने से बाज नहीं आया।

चीफ फार्मासिस्ट ने भी की शिकायत
बताते हैं कि इसके बाद पोस्टमार्टम हाउस के चीफ फार्मासिस्ट दीप नारायण ङ्क्षसह के द्वारा भी डॉक्टर के खिलाफ लिखित शिकायत की गई। जिसमें बताया गया कि वह पूर्व में भी पोस्टमार्टम हाउस के अंदर ऐसी हरकत कर चुका है। इस मामले की भी तहरीर चौकी पुलिस को दी गई थी। बताया गया कि करीब चार घंटे बाद पुलिस द्वारा चौकी पर ले गए गए आरोपित डॉक्टर को छोड़ दिया। कर्मचारियों की शिकायत पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ। एसपी ङ्क्षसह ने कहा कि आरोपित डॉ। आशीष ङ्क्षसह को घर और कॉलेज से कहीं बाहर नहीं जाने की हिदायत दी गई है। उसके इस हरकत के बारे में घर वालों को भी बताया दिया गया है। उसके दिमाग में कुछ दिक्कत है परिवारीजन इलाज करा रहे हैं।

काफी देर तक किसी के द्वारा कोई तहरीर नहीं मिली तो चेतावनी देते हुए आरोपित डॉक्टर को छोड़ दिया गया है। तहरीर मिलने पर उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अवनींद्र ङ्क्षसह, इंस्पेक्टर कोतवाली

Posted By: Inextlive