कुछ ऐसा करें कि लोगों की खत्म हो जाए हिचक
प्रयागराज (ब्यूरो)। उन्होंने कहा कि मरीजों का इलाज करना किसी पुण्य कर्म से कम नही है। आप भाग्यवान हैं कि भगवान ने आपको ऐसा करने से मौका दिया है। आपका काम रोते हुए को हसाना है। गुस्सा करना मानव प्रवृत्ति है। अगर मरीज का तीमारदार जल्दी इलाज की बात करता है तो इस पर डॉक्टर को गुस्सा नही करना चाहिए। उसे क्षमा कर देना चाहिए। ऐसे मरीजों के लिए मैं आपसे माफी मांगता हूं।पूछा, ये किसकी है जिम्मेदारीओटी का इनागरेशन करने के बाद डिप्टी सीएम ने एसआरएन अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने एक जगह गंदगी देखकर पूछा कि यह किसकी जिम्मेदारी है। प्रिंसिपल एसपी सिंह इसका जवाब नही दे सके। इसके बाद वह नल चेक करने लगे। एक टोटी से पानी नही आने पर उन्होंने इसकी जल्द मरम्मत कराने को कहा। उन्होंने कहा कि मरीजों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए।
बोले नही जाएगी नौकरी, होगा समाधान
कोरोना काल में भर्ती किए गए संविदा कर्मचारियों ने डिप्टी सीएम से शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि हमें पांच माह से वेतन नही मिला है। सेवा प्रदाता कंपनी से बात करो तो वह कहते हैं कि नौकरी छोड़ दो। इस पर डिप्टी सीएम ने कहा कि किसी की नौकरी नही जाएगी। इसका समाधान जल्द किया जाएगा। बता दें कि डिप्टी सीएम ने दो ओटी का उदघाटन किया गया है। यह दोनों माड्यूलर हैं और अब यहां आने वाले आर्थों के मरीजों को बेहतर आपरेशन की सुविधा मिलेगी। इंफेक्शन के चांसेज कम हो जाएंगे। इसके पहले डिप्टी सीएम बेली और टीबी अस्पताल का भी निरीक्षण कर चुके हैं।