दूरी घटी, किराया भी कम
प्रयागराज (ब्यूरो)। रूट डायवर्जन लागू होने के चलते लखनऊ की दूरी करीब तीस किलोमीटर बढ़ गयी थी। इससे सबसे ज्यादा परेशानी बसों से लखनऊ रूट पर सफर करने वालों को हो रही थी। इन्हें सफर में करीब एक घंटा ज्यादा देना पड़ रहा था। बसों को प्रयागराज से लखनऊ व अन्य मार्गों पर जाने के लिए रोडवेज बसों को अंदावा झूंसी से होते हुए गुजारा जा रहा था। इससे स्पेशली एसी बसों से सफर करने वालों को ज्यादा मुश्किल का सामना करना पड़ रहा था।
शाम को जारी हुआ आदेश
आजाद सेतु मेंटेनेंस वर्क के लिए एक अप्रैल को बंद किया गया था। इसके बाद भारी वाहनों के लिए रूट डायवर्जन लागू कर दिया गया था। छोटे वाहनों के लिए पीपा पुल बना दिया गया था। छोटे वाहनों की भी थोड़ी दूरी बढ़ी थी लेकिन यह टाइम मैनेज हो जा रहा था। ज्यादा परेशान बस और ट्रकों के लिए थी। मरम्मत का काम पूरा हो जाने पर 7 मई से हल्के वाहनों के लिए आजाद सेतु को खोल दिया गया था। अनुमति न होने के बाद भी इस मार्ग पर ट्रकों का संचालन होने लगा था। इससे बसों का संचालन शुरू किये जाने की अनुमति देने के लिए प्रेशर बनने लगा था। जब इस बात की जानकारी उच्च अधिकारियों के कानों तक पहुंची तो मीटिंग बुलाई गई। जिसके बाद निर्णय लिया गया कि बीस मई से रोडवेज के लिए भी खोल दिया जाए। इसे देखते हुए शुक्रवार को रोडवेज बसों के लिए भी फाफामऊ पुल (चंद्रशेखर आजाद सेतु) को पूर्णरूप से खोल दिया गया। शुक्रवार शाम से रोडवेज की बसें पुल के ऊपर से दौडऩे लगी है। पुल के ऊपर से गुजरने से इन रूटों की दूरी भी कम हो गई है। इससे यात्रियों को किराये में छूट भी मिलने लगी।
एक महीने से अधिक चला मेंटेनेंस वर्क
फाफामऊ पुल को मरम्मत के लिए एक अप्रैल को बंद किया गया था
टारगेट था 30 अप्रैल तक मेंटेनेंस वर्क पूरा कर लिया जाना
इस दौरान बड़े वाहनों को अंदावा झूंसी के रास्ते डायवर्ट करके भेजा जा रहा था
छोटे चार पहिया वाहनों को गंगा पीपा पुल के रास्ते आवागमन की अनुमति थी
एक मई से पुल हल्के वाहनों के आवागमन के खोल दिया गया
आदेश जारी होने पर चार पहिया वाहनों के साथ बड़े वाहन भी पुल से गुजरने लगे।
फाफामऊ में सीवर लाइन का कार्य होने के कारण छह जून तक इस पुल को पुन बड़े वाहनों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया।
प्राइवेट बड़े वाहनों की गुजरने की सूचना मिली तो अधिकारियों ने रोडवेज बस को अनुमित दे दी।
95 रुपये हुआ प्रतापगढ़ का किराया
219 रुपये हुआ अयोध्या का किराया बीस मई की शाम से रोडवेज की बसें पुल के ऊपर से दौडऩे लगी है। दूरी कम होने से पूर्व में निर्धारित किराया लागू कर दिया गया है। यह फैसला होने से पैसेंजर का टाइम भी सेव होगा।
टीकेएस विसेन आरएम प्रयागराज