जिंदगी के हर पहलु में ख़ुशी हो चाहे गम कैसे भी दिन हो मन का जुडऩा तय है समस्या तो तब होती है जब ये विकार का रूप ले लेती है. मानसिक स्वास्थ्य आज की तनाव पूर्ण जीवन शैली से प्रभावित है और लगातार लोग इस विकार की गिरफ्त में आ रहे है. यह कहना है नोडल अधिकारी डा. राजेश कुमार का. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करछना में मानसिक दिव्यांगता प्रमाणीकरण एवं उपचार के लिए शिविर आयोजित हुआ. राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत यह शिविर डा. नानक सरन मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रयागराज एवं डा. राजेश कुमार नोडल एनसीडी सेल प्रयागराज के नेतृत्व में लगा. इस मौके पर डा. नीरज पटेल अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ने शिविर में आए लोगों के बीच दिव्यांगता प्रमाण पत्र वितरित किया.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। शिविर में आये राम जी ने अपनी पुत्री की समस्याओं को बताते हुए बताया कि उनकी पुत्री नेहा को जन्म से बेहोश हो जाने और शरीर में कंपन होने की समस्या है तथा वह बातों को कम समझती है। कैंप में आने से उसे यह पता चला कि उसकी बच्ची को मिर्गी रोग है साथ ही मंदबुद्धि की समस्या है। जिसके इलाज के लिए व नि:शुल्क दवाइयों के लिए जिला अस्पताल बुलाया गया है साथ ही मंदबुद्धि हेतु दिव्यांगता प्रमाण पत्र दिया गया।

सरकारी योजनाओं की जानकारी मिली
नेहा की माता भी अपनी मंदबुद्धि बच्ची से उम्मीद हार चुकी थी पर कैंप में आने के बाद उनमे उम्मीद जगी हैं शिविर में नेहा को प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ। जिसके बाद नेहा को मिलने वाली सरकारी योजनाओं के बारे में जानकर उनमें सहायता की उम्मीद जगी। मनोचिकित्सक परामर्शदाता डा। राकेश पासवान ने सभी मानसिक परेशानियों से ग्रस्त रोगियों का उपचार किया एवं दिव्यांगता प्रमाण पत्र निर्गत किया। डा। ईशान्या राज, नैदानिक मनोवैज्ञानिक ने कुल 12 लोगो का मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण एवं बुद्धि-परीक्षण किया। मनोचिकित्सा सामाजिक कार्यकर्ता जय शंकर पटेल ने लोगों को मानसिक रोग उसके विभिन्न कारण प्रकार उपायों के बारे में बताया। शैलेश कुमार साइकियाट्रिक नर्स ने कम्युनिटी में होने वाले योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया।

Posted By: Inextlive