अधिवक्ताओं के मौलिक अधिकारों पर चर्चा
प्रयागराज ब्यूरो । अधिवक्ताओं के मौलिक अधिकार को लेकर जिला अधिवक्ता संघ की ओर से केपी कम्यूनिटी सेंटर में रविवार को प्रदेश स्तरीय सम्मेलन आयोजित किया गया। शुभारंभ जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राजेश चंद्र मिश्र, पूर्व महामंत्री लोकेश ङ्क्षसह व आल इंडिया रूरल बार एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश शुक्ल ने किया। सम्मेलन में प्रयागराज के अलावा गाजियाबाद, वाराणसी, बस्ती, प्रतापगढ़, मीरजापुर, सीतापुर समेत विभिन्न जिलों के अधिवक्ता शामिल हुए। वक्ताओं ने अधिवक्ताओं के मौलिक अधिकारों के संरक्षण पर मंथन किया।
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल तिवारी ने कहा कि अधिवक्ताओं की सुरक्षा को लेकर सरकार गंभीर नजर नहीं आ रही है। अधिवक्तों के हित में हमारी लड़ाई जारी रहेगी। हाई कोर्ट बार के पूर्व अध्यक्ष राधाकांत ओझा ने अधिवक्ताओं की हत्या व उसके साथ हो रही ङ्क्षहसा पर ङ्क्षचता व्यक्त की। कहा कि एडवोकेट प्रोटेक्शन लागू करने का समय आ गया है। यूपी बार काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र मिश्र नगरहा ने अधिवक्ताओं के हित में प्रदेश स्तर पर आंदोलन करने पर जोर दिया। ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने कहा कि संविधान में निहित मौलिक अधिकारों के तहत अधिवक्ताओं को असहमति पर विरोध प्रदर्शन के लोकतांत्रिक अधिकारों से वंचित नहीं किया जा सकता है। जिला अधिवक्ता संघ के पूर्व महामंत्री लोकेश ङ्क्षसह ने सम्मेलन की रूपरेखा प्रस्तुत किया। वरिष्ठ अधिवक्ता संजय ओझा ने स्वागत किया। अनिल त्रिपाठी महेश ने विधि के क्षेत्र में योगदान के लिए वरिष्ठ अधिवक्ताओं को सम्मान पत्र सौंपा। अध्यक्षता जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद मिश्र Óरज्जूÓ व संचालन महामंत्री दिनेश चंद्र पांडेय ने किया। सम्मेलन को पूर्व अध्यक्ष राकेश तिवारी, उमाशंकर तिवारी, अरङ्क्षवद त्रिपाठी व वरुण शुक्ल ने संबोधित किया। इस मौके पर केबी तिवारी, विद्यावती, रत्नेश कुमार शुक्ल, अनुराग मिश्र, अनूप यादव, छविराम यादव, राकेश कुमार पासवान, विकास पांडेय, अखिलेशमणि त्रिपाठी, सुनील द्विवेदी, आचार्य ओमप्रकाश मिश्र, रामसुंदर ङ्क्षबद, वीरेंद्र मणि तिवारी आदि रहे।