वसंत के पुण्यकाल में लगाएं डुबकी
स्नान के लिए सुबह 10.51 से शुरू होगा पुण्य काल
माघ मेले में बड़ी संख्या में पहुंचने लगे हैं श्रद्धालु स्नान पर्व को देखते हुए प्रशासन की तैयारी पूरी, सुरक्षा के रहेंगे खास इंतजाम prayagraj@inext.co.inPRAYAGRAJ: संगम की रेती पर चल रहे माघ माह में तीसरे स्नान पर्व वसंत पंचमी की तैयारियां पूरी हो गई। इसके साथ ही संगम में वसंत पंचमी पर पुण्य की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला भी शुरू हो गया। जो देर रात तक जारी रहा। सिटी के साथ ही आस पास के एरिया व शहरों से भी हजारों की संख्या में स्नानार्थी सोमवार की रात तक संगम पहुंच चुके थे। मान्यता के अनुसार वसंत पंचमी पर संगम में स्नान करके दान करने से लोगों को दैहिक, दैविक व भौतिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। यही कारण है कि पुण्य पावन डुबकी लगाने के लिए हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु संगम नगरी पहुंचते है। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन की ओर से भी एक दिन पहले से ही वाहनों का मेला क्षेत्र में प्रवेश रोक दिया गया। जिससे किसी भी तरह की अव्यवस्था ना फैल सके।
वसंत पंचमी पर बन रहा चतुर्ग्रहीय योगज्योतिर्विद आचार्य देवेंद्र प्रसाद त्रिपाठी ने बताया कि वसंत पंचमी पर इस बार चतुर्ग्रहीय योग बन रहा है। जो 15 फरवरी सोमवार की रात 2.45 बजे पंचमी तिथि लगकर मंगलवार 16-17 फरवरी की भोर 4.34 बजे तक रहेगी। इस योग के तहत मकर राशि बुध, गुरु, शुक्र व शनि एक साथ संचरण करेंगे। रेवती नक्षत्र, शुभ योग स्नान पर्व का महत्व बढ़ा रहे हैं। ऐसे में वसंत पंचमी पर स्नान का पुण्यकाल मंगलवार की सुबह 10.51 से दोपहर 12.49 बजे तक है। इस अवधि में वृष की स्थिर लग्न रहेगी। वृष राजत्व की वृद्धि देने वाला है। ऐसे में इस विशेष अवसर पर स्नान करने से भी प्रकार के कष्ट दूर होंगे।
स्कूलों में भी सरस्वती पूजन की विशेष तैयारी वसंत पंचमी की अवसर पर ज्ञान की देवी मां सरस्वती की विशेष पूजा का विधान है। इसको देखते हुए सिटी के विभिन्न स्कूलों से लेकर अन्य शैक्षणिक व समाजिक संस्थाओं की ओर से सरस्वती पूजन की विशेष तैयारियां की गई है। विशेष रूप से वैदिक स्कूलों, विद्या भारती से संचालित स्कूलों में विशेष पूजा का आयोजन हुआ है। घरों में भी लोगों की ओर से ज्ञान की देवी मां सरस्वती की आराधना की तैयारी की गई है। वसंत पंचमी पर लागू रहेगा डायवर्जनवसंत पंचमी स्नान पर्व को देखते हुए सिटी में विशेष रूप से रूट डायवर्जन लागू किया गया है। एसपी मेला डॉ। राजीव नारायण मिश्र के अनुसार सोमवार यानी 15 फरवरी की शाम 6 बजे से 17 फरवरी की रात्रि12 बजे तक रूट डायवर्जन लागू रहेगा।
माघ मेला में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्लाट नं। 17 पाíकग, पान्टून पुल वर्कशाप के समीप बनी पाìकग, गल्ला मण्डी दारागंज पाìकग, हेलीपैड पाìकग, काली सड़क पर यातायात पुलिस लाइन के सामने व बगल में बनी पाìकग-दो पहिया वाहनों के लिए, ओल्ड जीटी कछार भूमि पर पाìकग की व्यवस्था की गयी है। - श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक होने पर मिर्जापुर-रीवा की ओर से आने वाले सभी वाहनों के लिए लेप्रोसी चौराहा के बगल नव प्रयागम पार्किंग में व्यवस्था की गई है। - जौनपुर-वाराणसी की ओर से आने वाले वाहनों को कटका तिराहे से डायवर्जन कर चीनी मील पाìकग में पार्क कराया जायेगा। - कानपुर की ओर से आने वाले वाहन सीएमपी डिग्री कालेज, केपी इण्टर कालेज पार्क होंगे - लखनऊ की ओर से आने वालो वाहनों को कर्नलगंज इण्टर कालेज व बक्शी बॉध कछार पार्क करने की व्यवस्था की गई है। मेले में प्रवेश व निकासी का रूट फाइनलमेला क्षेत्र में पैदल आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जीटी जवाहर से प्रवेश कर काली सड़क आकर काली रैम्प से होते हुये संगम अपर मार्ग से संगम तक जा सकेंगे। संगम से वापसी के लिए संगम क्षेत्र से अक्षयवट मार्ग से होते हुये इण्टर लॉकिग मार्ग से जगदीश रैम्प मार्ग एवं त्रिवेणी मार्ग चौराहे से वापस परेड क्षेत्र में स्थित पाíकग स्थल पहुंच सकेंगे। संगम मेला क्षेत्र में जाने हेतु प्रवेश मार्ग जीटी जवाहर चौराहे से एवं निकास मार्ग हर्षवर्धन चौराहे से प्रस्तावित है।