जीवन पर गहरा प्रभाव छोड़ रही डिजिटल टेक्निको
प्रयागराज (ब्यूरो)।यूनाइटेड इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट नैनी कैंपस में शनिवार को डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन: ए पैराडाइम शिफ्ट इन ग्लोबल मैनेजमेंट प्रैक्टिस, पर दो दिवसीय इंटरनेशनल सम्मेलन का शुभारम्भ हुआ। यूआईएम के प्राचार्य प्रो केके मालवीय ने अध्यक्षता करते हुए इसके उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने विश्व में डिजिटल तकनीक के माध्यम से होने वाले विभिन्न परिवर्तनों पर चर्चा की। मुख्य अतिथि मिड वेस्ट यूनिवर्सिटी, सुरखेत, नेपाल के डॉ। दीप बहादुर रावल ने कहा कि डिजिटल टेक्निक ने जीवन के हर क्षेत्र पर गहरा प्रभाव डाला है। विश्व ने इसकी ताकत एवं उपयोगिता कोविड-19 महामारी के दौरान देखी। इसने प्रबंधन को नये सिरे से परिभाषित किया है। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के कामर्स एण्ड बिजनेस एडमिनिशट्रेशन डिपार्टमेंट विभाग के डॉ। अखिलेश चंद्र पांडे ने कहा कि सम्मेलन निश्चित रूप से अनुसंधान कर्ताओं को डिजिटल परिवर्तन के नए आयामों का पता लगाने में मदद करेगा। आईआईआईटी के प्रो माधवेंद्र मिश्रा, एनजीबीयू के प्रो विनोद कुमार पांडे, आईएमटी बिजनेस स्कूल दुबई के डॉ। मोहम्मद अनम अख्तर, यूनिवर्सिटी ऑफ ट्राइस्टे, इटली के डॉ। रुबीना रोमानेलो, टोकन वेंचर्स एसआरओ, प्रीग क्रेच रिपब्लिक से डॉ। खुर्रम एजाज खान और एटोस सिंटेल, टौसन मैरीलैंड, यूएस से पुष्पेंद्र सिंह ने अपने विचार रखे। यूसीईआर के प्राचार्य प्रो एचपी शुक्ला ने स्वागत किया। एमबीए विभाग के प्रमुख डॉ। रोहित कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि रविवार को शोध पत्र प्रजेंट किये जाएंगे। यूआईपी के प्राचार्य डॉ। आलोक मुखर्जी, एमसीए विभाग के प्रमुख डॉ। अवनीश गुप्ता सहित फैकल्टी सदस्य भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।