शारदीय नवरात्र की धूम संगम नगरी में दिख रही है. नवरात्र की षष्ठी से दुर्गा पूजा पंडालों में भी रौनक बढ़ गई. सोमवार को पूजा पंडालों में मॉं दुर्गा की प्रतिमा की आरती और पूजन के साथ ही भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिया गया. यहीं कारण था कि पूजा पंडालों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ भी पहुंचे लगी. भक्तों ने पंडालों में विराजित मां की प्रतिमा के दर्शन करके आर्शिवाद प्राप्त किया. लास्ट इयर कोरोना के कारण दुर्गा पूजा पंडाल नहीं लगाए गए थे. ऐसे में इस बार दुर्गा पूजा पंडालों को लेकर भक्तों में भी काफी उत्सुकता है. देर शाम तक पंडालों में भक्तों के पहुंचने का क्रम जारी रहा.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)।

सिटी की दुर्गा पूजा पंडालों की खास बात है कि हर साल इनको अलग-अलग थीम पर तैयार कराया जाता है। जिससे पंडाल में आने वाले भक्तों में उसको लेकर उत्सुकता बनी रहे। सदर बाजार में तैयार कराए गए दुर्गा पूजा पंडाल में भी कई नई चीजों को शामिल किया गया। श्री छावनी दुर्गा पूजा कमेटी की ओर से आयोजित दुर्गा पूजा पंडाल का मुख्य आकर्षण 70 फिट का ऊंचा गेट है। गेट के ऊपर सूरज और आकर्षक डिजाइन बनायी गई। साथ ही मां दुर्गा की प्रतिमा से सटकर बना बैकग्राउंड सेल्फी प्वाइंट भी पंडाल में आने वाले दर्शकों व भक्तों के लिए आकर्षण का विशेष केन्द्र बना हुआ है। जिससे दुर्गा पूजा देखने आने वाले लोग इस सेल्फी प्वाइंट पर अपनी फोटो लेकर उसे यादगार बना सके। कमेटी के मीडिया प्रभारी राजेश सोनकर ने बताया कि पहले दिन आने वाले भक्तों की भारी भीड़ सेल्फी प्वाइंट पर फोटो खिचवाते दिखी। लोगों में इसको लेकर उत्सुकता दिख रही है। अन्य दुर्गा पूजा कमेटियों की ओर से भी इस बार भव्य पंडाल तैयार कराया गया। इन पूजा पंडालों में सोमवार की सुबह से ही पूजन और दर्शन का क्रम शुरु हो गया।

ढोल नगाड़ों पंडालों में विराजी मां दुर्गा

श्री श्री दुर्गा पूजा कमेटी चौफटका चकनीरातुल के 18वें दुर्गा पूजा उत्सव का सोमवार से आरम्भ हो गया। इस अवसर पर भक्तों ने ढोल नगाड़ों के बीच मां दुर्गा के जयकारों के साथ पंडाल में मां की प्रतिमा विराजित की। इसके बाद विधि विधान के साथ वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कलश स्थापित करके पूजा उत्सव की शुरुआत की। मां के आगमन पर महिलाओं की ओर से भजन गायन व नृत्य किया गया। संस्था के संरक्षण श्याम सुंदर पटेल, अध्यक्ष अमरनाथ यादव, उपाध्यक्ष ओमपासी, महामंत्री भोला कुमार, पंडाल मंत्री कुलदीप, डॉ। राजेश समेत अन्य लोग भी इस दौरान मौजूद रहे। पंडाल की व्यवस्था देख रहे संस्था के सदस्यों ने बताया कि पूजा लगातार 15 अक्टूबर तक चलेगी। इसके बाद 15 अक्टूबर को ही प्रशासन की व्यवस्था के अनुसार मूर्ति का विसर्जन किया जाएगा।

Posted By: Inextlive