देव दीपावली की शाम संगम तट पर लाखों दीपक टिमटिमा रहे थे. मानों आसमान से तारे संग किनारे उतार आए हों. पूरा संगम तट दूधिया व आकर्षक कलर फुल लेजर रोशनी से नहाया हुआ था. इन सब के बीच बनाया गया खूबसूरत कलश छटा में चारचांद लगा रहा था. ग्रीन आतिशबाजी हर किसी का मन मोह रही थी. सजाए गए मंच पर प्रस्तुत किए गए आकर्षक प्रोग्राम को सभी निहारते रह गए. जगह-जगह दीप से बनाई गई रंगोली बरबस लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी. एक साथ दस हजार से भी अधिक लोग दीप दान करके पूजा अर्चन किया.

हजारों लोग मिलकर संगम किनारे किए ग्यारह लाख दीपों का दान
शाम होते ही जलाए गए दीप व आकर्षक प्रोग्राम देख मंत्रमुग्ध रहे लोग

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। प्रोग्राम को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पिछले कई दिनों से जिला प्रशासन मशक्कत कर रहा था। संगम तीरे दीपक जलाने में करीब तीन हजार टीचर्स व इतने ही सफाई कर्मी लगाए गए थे। खपत को देखते हुए 50 रुपये सैकड़ा मिट्टी के दीप खरीदा गया। इस तरह लगाए गए करीब 11 लाख मिट्टी के दीप लगभग साढ़े छह लाख रुपये में खरीदे गए। घाट पर दीप दान के लिए दीपक लगाने व जलाने में शिक्षकों व सफाई कर्मी ही नहीं, ज्वाला देवी सिविल लाइंस, सेंट एंथोनी एवं सीएवी स्कूल के छात्रों ने भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। देव दीपावली पर आयोजित इस कार्यक्रम की व्यवस्था में सभी व्यापार मण्डल व एनसीसी कैडेट्स की भूमिका भी काबिले तारीफ रही। मंच और रंगोली आदि मनाने में 100 किलो फूल की खपत हुई। यह पुष्प विभिन्न रेट पर फूल मण्डी नैनी से प्रशासन द्वारा मंगाए गए थे। आयोजन स्थल पर आकर्षक मंच के ठीक सामने दर्शक दीर्घा व बगल में खूबसूरत सेल्फी प्वाइंट का भी सभी आनन्द लिए। तेल से लेकर दीपक तक आयोजन के इंतजाम में लगाए गए टीचर्स व सफाई कर्मी एवं अन्य सामाजिक संगठनों के द्वारा बड़ी आस्था के साथ किया गया। सेल्फी प्वाइंड के ठीक बगल बनाया गया भव्य कलश अलग ही छटा बिखेर रहा था।

11 लाख दीपक देव दीपावली पर जलाए गए संगम किनारे
11 सेक्टर बनाकर संगम किनारे की गई थी पूरी तैयारी
6 लाख 50 हजार रुपये के खरीदे गए मिट्टी के दीप
3000 के करीब टीचर्स व्यवस्था में दिए अहम योगदान
3000 के करीब सफाई कर्मी भी इंतजाम का रहे हिस्सा

आस्था के साथ किया दीपदान
शाम होते ही ईश्वर की पूजा व दीप दान यानी दीपक जलाने का काम शुरू हुआ। दीपक के जलते ही संगम तट मुस्कुरा कर खिल उठा। ऐसा प्रतीत हुआ मानों आसमां के तारे जमीं पर उतर आए हों। हजारों की संख्या में मौजूद लोग पूरी आस्था व भक्ति भाव के साथ दीप दान किए। इसके बाद दर्शक दीक्षा के सामने बने मंच पर महाराष्ट्र कल्चर पर गणेश वंदना की प्रस्तुति हुई। फिर वृंदावन फूलों की होली का आकर्षक प्रोग्राम सोनाली चक्रवर्ती की टीम द्वारा किया गया। इसी तरह एक के बाद एक कई धार्मिक कार्यक्रम का दौर देर रात तक चलता रहा।

तीन सौ जवानों के हाथ रही सुरक्षा
मंच के पीछे ग्रीन आतिशबाजी शुरू हुई तो उसे देखकर सभी मंत्रमुग्ध हो उठे। इस आतिशबाजी को हजारों लोग अपलक निहारते रह गए। सुरक्षा के मद्देनजर यहां फायर ब्रिज के जवान से लेकर पुलिस के करीब 300 जवान संगम तट से लेकर परेड तक तैनात रहे। धार्मिक आयोजन में आने वाले लोगों को परेशानी नहीं हो, इसके लिए जगह-जगह पार्किंग के भी उम्दा इंतजाम किए गए थे। आयोजन में किसी तरह की कमी नहीं रह जाय इसके लिए डीएम संजय खत्री व एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय एवं सीडीओ प्रोग्राम समाप्त होने तक मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive