क्रिसमस मेले में भीड़ उमडऩे की वजह से रविवार दोपहर से लेकर देर रात तक सिविल लाइंस और इससे जुड़े इलाकों में जाम लगा रहा. आलम यह रहा कि आम दिनों की तुलना में रविवार को क्रिसमस पडऩे व छुट्टी होने के चलते ज्यादातर लोग घरों से बाहर घूमने व मेला देखने परिवार व दोस्त संग निकल आए. जिसके चलते सड़कों पर गाडिय़ों की संख्या सबसे अधिक दिखाई पड़ी. उन सड़कों पर भी गाडिय़ां रेंगती रही जहां आमतौर पर जाम नहीं लगता है. वहीं पैदल घूमने निकले लोग अपने गंतव्य पर आसानी से पहुंच गए और इंज्वाय भी किया. जाम में घंटों फंसे रहने से निजी साधनों और सवारी वाहनों से गए लोगों को फजीहत झेलनी पड़ी. कार में घंटों समय बिताने के बाद सभी का कहना था कि काश! पैदल ही घर से बाहर निकलते तो बेहतर होता. बता दें क्षेत्रीय थाने की पुलिस के अलावा ट्रैफिक पुलिस के भी कर्मचारी जगह-जगह तैनात किए गए थे. लेकिन क्षमता से ज्यादा गाडिय़ां आने से जाम आधी रात लगा रहा. जाम से परेशान लोग आधे रास्ते पर ही लौट गए तो काफी लोगों को दूरदराज गाड़ी खड़ा कर मेले व चर्च तक पहुंचे. नैनी ब्रिज का भी हाल बेहाल रहा.

प्रयागराज ब्यूरो । क्रिसमस पर रविवार को पत्थर गिरजाघर के चौतरफा तथा जीजीआईसी मैदान से लेकर हर्ष होटल चौराहे तक मेला लगा था। उधर, सेंट जोसेफ कॉलेज में भी हर साल की तरह क्रिसमस मेला लगाया गया। इन दोनों मेले में दिन में ग्यारह बजे से भीड़ उमडऩे लगी। दोपहर दो बजे तक आलम यह हुआ कि शहर में चौतरफा जाम लग गया। शहर के झलवा, राजरूपपुर, चकिया, करेली, शाहगंज से मेले में घूमने-फिरने के लिए भीड़ निकली तो लूकरगंज से लीडर रोड पर पानी टंकी ओवरब्रिज, नवाब युसूफ रोड पर जाम लगा। जानसेनगंज, बैरहना, निरंजन डाट पुल से लेकर बस अड्डा, हनुमान मंदिर चौराहा तक जाम लगा रहा। पत्थर गिरजाघर के आसपास तो चलना भी मुश्किल हो गया था। पत्थर गिरजाघर के चौतरफा हाईकोर्ट हनुमान मंदिर, एकलव्य चौराहा, नगर निगम, सिविल लाइंस थाना, सुभाष चौराहे तक वाहनों की कतारें लगी रही।


शाम होते-होते यह रहा आलम
शाम को हालात खराब हुए तो हर्ष होटल चौराहा से लेकर पत्थर गिरजाघर के चौतरफा ट्रैफिक और जिला पुलिस की तैनाती की गई। मगर उससे फर्क नहीं पड़ा। हर्ष होटल से नगर निगम के पिछले हिस्से में रायल होटल चौराहे की तरफ जाने वाली सड़क पर भी रविवार को रात तक जाम की स्थिति रही। उधर, सेंट जोसेफ कॉलेज में मेले की वजह से एल्गिन रोड से लेकर कमला नेहरू मार्ग पर हिंदू हॉस्टल और हनुमान मंदिर चौराहा तक जाम में गाडिय़ां रेंगती रही। खुशी और उत्साह से बच्चों संग आए परिजनों को घर वापसी में खासी मशक्कत करनी पड़ी। नवाब युसूफ मार्ग पर तो देर रात तक वाहनों की कतारें लगी रही।

हर दस कदम पर एक सिपाही
नए यमुना ब्रिज नैनी पर आलम सिटी से भी बुरा रहा। सिटी के अंदर जाम से बचने के चलते ज्यादातर लोग पुल पर सेल्फी लेने व मस्ती करने पहुंच गए। लोगों की बढ़ती भीड़ को देखते हुये अधिकारियों ने फोर्स बुलाकर पुल पर हर दस कदम पर एक सिपाही को लगाया गया। फिर भी आलम यह था कि चार पहिया छोडि़ए दो पहिया तक रेंगती रही। पुल के कुछ हिस्सों पर मरम्मत का कार्य चल रहा है। जिसके चलते सड़क सकरी हो गई। एक साथ एक ही वाहन निकल पा रही थी। पुल पर किसी भी वाहन के रोकते ही सिपाही दौड़ पड़ रहे थे। नैनी तरफ से सिटी तरफ आने वाले लोगों को तीन घंटा का सफर तय करना पड़ा। वापसी में ट्रकों की समस्या से भी लोगों को जूझना पड़ा।

Posted By: Inextlive