शुरुआती केसेज में दिखने लगी प्लेटलेट्स की कमी अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं मरीज नाजुक हो रही है हालत ब्लड बैंकों में बढ़ रही है डिमांड मंडरा रहा है खतरा45 मरीज सामने आ चुके हैं अब तक जिले में डेंगू के 120 यूनिट प्लेटलेट की रोजाना डिमांड एएमए ब्लड बैंक में

प्रयागराज ब्यूरो । अभी डेंगू सीजन की शुरुआत है लेकिन यह मानकर चलिए कि खतरा लगातार बढ़ रहा है। शुरुआती परिस्थिति में भी जो मरीज सामने आ रहे हैं उनकी प्लेटलेट्स काउंट काफी कम हो रही है। इससे उनकी जान का खतरा मंडरा रहा है। यही कारण है कि ब्लड बैंकों में प्लेेटलेट्स की डिमांड बढ़ रही है। खुद डाक्टर्स मरीजों को एलर्ट रहने की सलाह दे रहे हैं।
तेजी से गिर रही है प्लेटलेट
नैनी की रहने वाली सोनम मिश्रा की एज 48 साल है। चार दिन पहले उन्हे तेज बुखार आया और इसके बाद तेज दर्द होने लगा। जांच में पता चला कि उन्हें डेंगू है और उनकी प्लेटलेट काउंट 14 हजार पर आ गई। आनन फानन में उन्हें एल्गिन रोड के एक निजी अस्पताल में एडमिट कराया गया जहां उनका इलाज चल रहा है। इसी तरह से धूमनगंज के रहने वाले रोहित कुमार की प्लेटलेट काउंट गिरकर 18 हजार पर आ गई। उनका इलाज इसी एरिया के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। उनके भीतर भी डेंगू के पूरे लक्षण नजर आ रहे हैं।

बढ़ रही डिमांड, करना पड़ेगा डोनेशन
इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के सचिव डॉ। आश्ुातोष गुप्ता बताते हैं कि एएमए ब्लड बैंक में रोजाना 120 यूनिट प्लेटलेट जा रही है। यह डिमांड धीरे धीरे बढ़ रही है। वर्तमान में प्लेटलेट के बदले ब्लड डोनेशन नही करया जा रहा है। लेकिन डिमांड बढ़ती रही तो आने वाले समय में ब्लड डोनेशन भी करना पड़ेगा इसी तरह से बेली अस्पताल में रोजाना 10 से 15 यूनिट प्लेटलेट की मांग चल रही है। यहां पर भी डिमांड बढ़ी तो मरीजों के परिजनों को ब्लड डोनेट करना पड़ सकता है।
कब चढ़वाना चाहिए प्लेटलेट
डाक्टर्स का कहना है कि प्लेटलेट तभी चढ़वाना चाहिए जब बॉडी में इसका काउंट 20 हजार से कम हो जाए। ऐसी स्थिति में ब्लीडिंग हो सकती है। खून नाक और कान के रासते से बाहर आ सकता है। डेंगू होने पर ब्लीडिंग के चांसेज बढ़ जाते हैं। यह गंभीर स्थिति है। अगर इससे अधिक प्लेटलेट काउंट है तो मरीज को प्लेटलेट बाहर से नही चढ़वाना चाहिए। हालांकि डेंगू के डंक से मरीजों की प्लेटलेट तेजी से कम हो रही है। अस्पतालों में ऐसे मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।


कैसे मेंटेन कर सकते है प्लेटलेट काउंट
- पपीता या उसकी पत्ती खाने से प्लेटलेट काउंट बढ़ सकता है।
- डेंगू के मरीज को अधिक से अधिक पानी या लिक्विड लेना चाहिए, इससे प्लेटलेट बढ़ती हैं।
- माना जाता है कि बकरी का दूध पीने से भी प्लेटलेट काउंट में इजाफा होता है
- बाजार में बिकने वाली कीवी खाने से भी खून में प्लेटलेट की मात्रा बढ़ती है।
- डेयरी उत्पादों में अंडे, दूध, पनीर जैसे उत्पाद का सेवन करने से प्लेटलेट काउंट में बढ़ोतरी होती है। इनमें पाई जाने वाली विटामिन बी 12 रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाकर प्लेटलेट काउंट में भी वृद्धि करता है।
तीन नए मरीज आए सामने
उधर गुरुवार को डेंगू के तीन नए मरीज सामने आए हैं। इनमें एक पांच साल का मासूम हैं जो नैनी का रहने वाला है। इसी तरह से फाफामऊ के दो मरीज हैं। इनमे ंसे एक 23 और 44 साल का है। इनका इलाज चल रहा है। अब तक जिले में डेंगू के 45 मरीज सामने आ चुके हैं और इसमें से 37 शहर और 8 ग्रामीण एरिया के हैं। 3 मरीजों का इलाज अलग अलग अस्पतालों में चल रहा है। चार का इलाज घर पर हो रहा है।

इस सीजन में डेंगू के मरीजों का प्लेटलेट काउंट कम होना जाहिर है। इसलिए लोगों को बुखार आने पर अपनी जांच जरूर करानी चाहिए। अगर प्लेटलेट काउंट कम आ रहा है तो तत्काल डॉक्टर की सलाह से इलाज शुरू करा दें। ब्लड बैंकों में प्लेटलेट की डिमांड बढ़ रही है। इस पर नजर रखी जा रही है।
आनंद सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी प्रयागराज

Posted By: Inextlive