कोरोना के बाद डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नही ले रहा है. एक बार फिर जिले में डेंगू के केसेज बढऩे लगे हेँ. शनिवार को 13 नए मामले सामने आए हैं. सबसे अहम कि छोटा बघाड़ा जैसे हाट स्पाट में फिर से केसेज बढऩे लगे हैं. यहां पर डेंगू पर लगाम लगाने के स्वास्थ्य विभाग के सभी प्रयास बेकार साबित हो रहे हैं.

प्रयागराज (ब्‍यूरो) पिछले सप्ताह मेडिकल कॉलेज परिसर में डेंगू के पांच मामले सामने आने के बाद सघन अभियान चलाया गया था। बावजूद इसके यहां डेंगू रुकने का नाम नही ले रहा है। शनिवार को यहां एक मरीज सामने आया है। इसके अलावा मलाकराज, म्योराबाद, ममफोर्डगंज, कांिलंदीपुरम, ऊचवागढ़ी, चौफटका, अल्लापुर, मेहंदौरी कालोनी, टैगोर टाउन, सोरांव, चाका में डेंगू के केस मिले हैं। अब तक जिले में टोटल डेंगू के मामले 299 हो चुके हैं और इनमें से शहर के मामले 218 बताए जा रहे हैं।

फॉलोअप न करने से हो रही दिक्कत

छोटा बघाड़ा, मेडिकल कॉलेज आदि एरिया के लोगों का कहना है कि डेंगू के मरीज मिलने के बाद सफाई और दवा छिड़काव अभियान चलाया जाता है। इसके बाद फिर से सब शांत हो जाता है। अगर समय समय पर फालोअप होता रहे तो डेंगू को बढऩे से रेाका जा सकता है। लगातार इन एरिया में मरीज मिलने से दूसरों को भी डेंगू से भय लगने लगा है।

घर में छिपा है डेंगू

एक्सपट्र्स का कहना है कि डेंगू लोगों के घर में ही छिपा हुआ है। जिसक पहचान नही हो पा रही है। अगर लोग हर सप्ताह अपने कूलर का पानी चेंज कर दें तो डेंगू का लार्वा पनप नही पाएगा। इसके अलावा टूटे फूटे बर्तनों व गमले आदि में भी पानी का एकत्र नही होने देना है। ऐसा नही करने से डेंगू मच्छर बढ़ रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी आंनद सिंह का कहना है कि सुबह और शाम पूरे बदन के कपड़े पहनना जरूरी है। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।

Posted By: Inextlive