फ्राड करने वाले साइबर शातिर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव को भी नहीं छोड़े. कुलपति की फोटो लगाकर उनके नाम से शातिर फर्जी वाट्एसप अकाउंट जनरेट कर लिए. इस अकाउंट के जरिए अब वह कुलपति के परिचितों व प्रोफेसरों से रुपये मांगे जा रहे हैं. इस बात की जानकारी होने पर पूरे यूनिवर्सिटी स्टॉफ में हड़कंप मच गया. चीफ प्रॉक्टर प्रो. हर्ष कुमार की तहरीर पर कर्नलगंज थाने में केस दर्ज किया गया है.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। कर्नलगंज थाने में चीफ प्रॉक्टर द्वारा दी गई तहरीर में पूरे मामले का जिक्र किया गया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि यूनिवर्सिटी की कुलपति के नाम से किसी ने फेक वाट्सएप अकाउंट बना लिया है। उस अकाउंट में कुलपति की फोटो लगाई गई है। इतना ही नहीं उसके जरिए वाट्सएप पेमेंट सुविधा भी एक्टिवेट कर लिया गया है। इस फेक अकाउंट का प्रयोग करके शातिरों के जरिए यूनिवर्सिटी के अफसरों व प्रोफेसरों एवं कुलपति के परिचितों से रुपये की डिमांड की जा रही है। इस तहरीर पर पुलिस द्वारा आईटी एक्ट के तहत अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच साइबर सेल व थाने को भी सौंपी गई है। इनके साथ ही थाना पुलिस भी तफ्तीश में जुटी है। जिस नंबर से यह फेक वाट्सएप अकाउंट बनया गया है वह कुलपति का नहीं है। एक नंबर से दो वाट्सएप अकाउंट नहीं चल सकते। जिस नंबर से फेक अकाउंट जनरेट हुआ है। उसे सर्विलांस पर लगाया जा गया है। पुलिस का मानना है कि फेक अकाउंट से कुलपति के परिचितों से भी रुपये मांगे गए हैं।

प्राप्त तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज करके जांच की जा रही है। उम्मीद है कि शातिर जल्द ही पकड़ा जाएगा। साइबर के साथ सर्विलांस टीम व थाना पुलिस भी मामले की तफ्तीश में जुटी है।विश्वजीत सिंह, प्रभारी निरीक्षक कर्नलगंज

Posted By: Inextlive