मुख्य न्यायमूर्ति बिंदल ने ई-लाइब्रेरी का किया उद्घाटनइलाहाबाद हाई कोर्ट के अधिवक्ताओं के लिए अब नए अथवा पुराने फैसले पाना और आसान होगा. अब उन्हें किताबों में इन्हें ढूंढने की जरूरत नहीं होगी. हाई कोर्ट बार एसोसिएशन ने इसके लिए ई-


प्रयागराज ब्यूरो । इब्रेरी की शुरूआत की है। सोमवार को इसका शुभारंभ मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेश बिंदल ने किया। मुख्य न्यायमूर्ति ने कहा कि नई तकनीकी ने अधिवक्ताओं की कार्यशैली को आसान बना दिया है। उन्होंने अधिवक्ताओं की समस्याओं के निराकरण की अपनी प्राथमिकता बताई। कहा कि अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त ई-लाइब्रेरी अधिवक्ताओं के लिए अत्यधिक सहयोगी साबित होगी। नेटवर्किंग की समस्या से जूझ रहे अधिवक्ताओं के लिए ई-लाइब्रेरी के दो सौ मीटर की परिधि में मजबूत नेटवर्किंग व लॉ फाउंडर के माध्यम से मुकदमों से जुड़ी जानकारियां उपलब्ध होंगी। उन्होंने ई-लाइब्रेरी की स्थापना में योगदान देने वाले लॉ फाउंडर के निदेशक भगतजीत सिंह चावला, महाप्रबंधक नवनीत अमृते, प्रबंधक विमल मौर्या को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता राधाकांत ओझा ने ई-लाइब्रेरी स्थापित कराने का श्रेय मुख्य न्यायमूर्ति को दिया। कहा कि मुख्य न्यायमूर्ति की वजह से ही मुकदमों के दाखिले और सुनवाई से जुड़ी समस्याओं का निराकरण संभव हो पाया है। महासचिव सत्यधीर सिंह जादौन ने कहा कि ई-लाइब्रेरी में 10 नई अत्याधुनिक व्यवस्था स्थापित की गई है। संयुक्त सचिव (लाइब्रेरी) यादवेश यादव, मनोज कुमार मिश्र, नीरज कुमार त्रिपाठी, सुरेंद्र नाथ मिश्र, धर्मेंद्र सिंह यादव, आशुतोष त्रिपाठी, उष्मा मिश्रा, अरुण कुमार सिंह,काशी नाथ सिंह, दिनेश कुमार मिश्र आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive