लवर के किलर की मौत
प्रयागराज ब्यूरो । बुधवार शाम को नैनी जेल भेजे गए लवर के किलर की गुरुवार को मौत हो गई। नैनी जेल में उसकी हालत बिगड़ गई। पहले रात भर जेल अस्पताल में उपचार किया गया। इसके बाद गुरुवार को किलर को एसआरएन अस्पताल भेजा गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। किलर की मौत के मामले में पुलिस और जेल प्रशासन आमने सामने है। वहीं परिजनों ने पुलिस पर युवक की हत्या का आरोप लगाया है। मामला जांच का है। अब देखना है कि जांच में कौन दोषी पाया जाता है, पुलिस या जेल प्रशासन।
लवर के मर्डर का आरोपित था युवक
19 सितंबर की सुबह मांडा थाना क्षेत्र के देवा गांव निवासी राजेश कुमार की पत्नी पुष्पा (३०) की बॉडी उसके घर में बिस्तर पर मिली थी। पोस्टमार्टम में पता चला कि पुष्पा का मर्डर रस्सी से गला घोटकर किया गया है। मोबाइल कॉल डिटेल से पता चला कि रात में उसकी आखिरी बार बात गांव के ही नीरज कुमार से हुई थी। पुलिस ने नीरज को उठाया तो मर्डर का राजफाश हो गया। पता चला कि नीरज और पुष्पा के बीच लव अफेयर था। रात में नीरज पुष्पा के घर गया था। वहां पुष्पा ने नीरज से रुपयों की मांग की। जिस पर दोनों का झगड़ा हो गया। तैश में आकर नीरज ने पुष्पा का मर्डर कर दिया। नीरज ने रस्सी से पुष्पा का गला घोट दिया।
बुधवार को भेजा नैनी
मर्डर का खुलासा होने के बाद नीरज को मांडा पुलिस ने बुधवार को मेडिकल कराया। इसके बाद कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे नैनी जेल भेज दिया गया। शाम को नीरज को मांडा पुलिस ने नैनी जेल में दाखिल किया। जेल में जाने के कुछ देर बाद नीरज की तबियत खराब हो गई। उसे उल्टियां होने लगीं। जिस पर उसे नैनी जेल के अंदर अस्पताल में ले जाया गया। रात भर वहां उसका उपचार चला। हालत में सुधार नहीं होने पर गुरुवार सुबह उसे एसआरएन अस्पताल ले जाया गया। जहां उपचार के दौरान दोपहर में उसकी मौत हो गई।
परिजनों ने पुलिस पर लगाया हत्या का आरोप
नीरज की मौत की सूचना पुलिस ने उसके घरवालों को दी। घरवाले पहुंचे तो बॉडी पोस्टमार्टम के लिए भेजी जा चुकी थी। मां रेखा देवी और परिजनों ने आरोप लगाया कि नीरज को मांडा पुलिस ने कई दिनों तक थाने में रखकर पीटा। उसे टार्चर किया। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। उसकी मौत हो गई। घरवालों ने मांडा पुलिस पर केस दर्ज करने की मांग की।
नीरज कुमार मांडा में एक महिला की हत्या में आरोपित था। उसे पुलिस ने पकड़ा था। मर्डर का खुलासा होने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे नैनी जेल भेजा गया। वहां उसकी तबियत खराब हुई। उसे एसआरएन अस्पताल ले जाया गया। जहां उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
अभिनव त्यागी, डीसीपी यमुनानगर
कौन बोल रहा झूठ, पुलिस या जेल प्रशासन
नीरज की मौत को लेकर पुलिस से लेकर जेल प्रशासन तक में हड़कंप है। मांडा थाने के अतिरिक्त निरीक्षक सुभाष यादव का कहना है कि बुधवार को नीरज को मेडिकल चेकअप के बाद कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे नैनी जेल भेजा गया। नैनी जेल में दाखिल करते वक्त वह एकदम ठीक था। उसे कोई दिक्कत नहीं थी। जेल के अंदर क्या हुआ यह जेल के अफसर ही बता सकते हैं। वहीं, नैनी जेल के जेलर राम सिंह यादव का कहना है कि जेल में दाखिल करते वक्त नीरज को उल्टियां हो रही थीं। यह बात जेल के दाखिला रजिस्टर में दर्ज की गई है। तलाशी में उसके पास से कुछ नहीं मिला था। उसे सीधे जेल अस्पताल ले जाकर उपचार कराया गया। गुरुवार सुबह हालत में सुधार नहीं होने पर उसे एसआरएन में भर्ती कराया गया। जहां उसकी मौत हो गई।