सौदा ईंट का और सप्लाई तमंचे की
प्रयागराज ब्यूरो । मौत के सामान का सौदा करने वाला एक शातिर गैंग पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। यह गैंग तमंचा बनाने की पूरी फैक्ट्री संचालित किया करता था। फैक्ट्री में निर्मित तमंचे की सप्लाई गैंग के गुर्गे कोडवर्ड से किया करते थे। गैंग में तमंचे का कोडवर्ड 'ईंटÓ था। तमंचा खरीद फरोख्त के लिए गुर्गे सरगना अतुल सोनकर से कोडवर्ड में ही बातें किया करते थे। ईंट का सौदा करके यह गैंग सप्लाई तमंचे की किया करता था। कोडवर्ड का यूज करने के पीछे भी इस गैंग का शातिराना दिमाग था। पुलिस व एसओजी द्वारा की गई इस गिरफ्तारी में एक खास बात और भी है। पकड़े गए सभी पांचों अभियुक्त यंग एज के हैं। पकड़ी गई इस अवैध फैक्ट्री से पुलिस को निर्मित व अद्र्ध निर्मित तमंचों के साथ पिस्टल व रिवाल्वर भी मिली है। पुलिस को मिली इस सफलता का खुलासा सोमवार को डीसीपी यमुनानगर श्रद्धा पांडेय ने किया।
सरगना समेत पांच अभियुक्त गिरफ्तार
खुलासा करते हुए यमुना नगर डीसीपी ने बताया कि लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण व सकुशल सम्पन्न कराने के उद्देश्य से क्षेत्र में अपराधियों के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा। इसी अभियान के तहत नैनी थाने की पुलिस व एसओजी यमुनानगर की टीम रविवार को भ्रमण पर थी। इस बीच टीम को मुखबिर ने फोन पर बताया कि काशीराम आवास एडीए कॉलोनी सरपतहिया की निष्प्रयोज्य बिल्डिंग में अवैध तमंचे की फैक्ट्री संचालित है। यह खबर मिलते ही पुलिस टीम एक्टिव हो गई। सूचना पर विश्वास करके जवान बताए गए उक्त स्थान पर जा पहुंचे। टीमें मौके पर पहुंची तो सूचना सच निकली। वहां पर अवैध शस्त्र की फैक्ट्री संचालित थी। वहां मौजूद लोग पुलिस को देखते ही भागने लगे। पुलिस ने भाग रहे शातिरों को दौड़ाकर दबोच लिया। इसके बाद छानबीन शुरू की गई। छानबीन में मौके से पुलिस को एक रिवाल्वर, दो पिस्टर, तीन निर्मित व दो अद्र्धनिर्मित तमंचा 315 बोर, 07 नली, 06 कारतूस, एक 12 बोर अद्र्धनिर्मित तमंचा व तमंचा बनाने के औजार बरामद किए गए।
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कोडवर्ड में बात करता था यह गैंग
पुलिस लाइंस सभागार में मामले का खुलासा करते हुए डीसीपी यमुनानगर ने बताया कि गैंग के सरगना समेत कुल पांच गुर्गे गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें नैनी बगीया का निवासी अतुल सोनकर उर्फ रिशु पुत्र स्व। रामनरेश सोनकर इस गैंग का सरगना है।
विजय कुमार सोनकर पुत्र लालचंद्र सोनकर निवासी लिप्टन कॉलोनी सब्जी मण्डी नैनी, मो। फैजान पुत्र मो। फारुख निवासी चकरघुनाथ नैनी बाजार, विकास गुप्ता पुत्र संतोष गुप्ता निवासी धनुहा मामा भांजा का तालाब नैनी और मोनू भारतीया पुत्र नरेश भारतीया निवासी चाका बसंत का पूरा नैनी शामिल हैं।
पूछताछ में पुलिस को पता चला कि अतुल व विजय सोनकर फैक्ट्री में तमंचा बनाने का काम किया करते थे।
अन्य तीनों गुर्गे ग्राहकों को सेट करके डील कराया करते थे। पूछताछ में शामिल एक अफसर ने बताया कि यह गैंग आपस में तमंचा को कोडवर्ड ईंट रखे थे।
ईंट के नाम से सौदा करके फैक्ट्री में बने तमंचों की वे सप्लाई किया करते थे। पिस्टल और रिवाल्वर वह ऑन डिमांड बाहर से मंगाया करते थे। जबकि तमंचा की सप्लाई खुद की अवैध फैक्ट्री से ही किया करते थे।
दर्जनों लोगों को यह लोग तमंचा व रिवाल्वर एवं पिस्टल बेच चुके हैं। जिनके नाम वे पुलिस से कबूल किए हैं। अब पुलिस उन खरीदारों को भी सर्च करने में जुट गई है।
श्रद्धा पांडेय
डीसीपी यमुनानगर