शहर के कुछ एरिया में मेंटेंनेस के नाम पर हो रही कटौती तो कुछ इलाकों में बढ़ गयी ट्रिपिंग की समस्याबिजली आपूर्ति बाधित होने से समय पर नहीं चल पा रहे हैं ट्यूबवेल पानी का भी खड़ा हो रहा है संकटबुधवार को टेम्प्रेचर थोड़ा राहत देने वाला रहा. दिन के तापमान में करीब तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गयी तो रात का तापमान बढऩे लगा. दो दिन में करीब चार डिग्री सेल्सियस का अंतर आ गया है. इसके चलते दिन के साथ ही रात में भी बिजली की डिमांड बढ़ गयी है. इस मांग के बीच बिजली भी पब्लिक को गच्चा देने लगी है. बुधवार को हालात यह रही कि खुल्दाबाद हिम्मतगंज कालिंदीपुरम राजरूपपुर एरिया के तमाम हिस्सों में लोगों को रात करवट बदलते हुए काटनी पड़ गयी. भोर में बिजली न होने के चलते ट्यूबवेल नहीं चले. इससे लोगों को पानी की समस्या खड़ी हो गयी. बच्चों को बिना स्नान के स्कूल भेजना मजबूरी हो गयी. लोगों को पानी खरीदकर इस्तेमाल करने की नौबत आ गयी है.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। शहर के कई मोहल्लों में इन दिनों बिजली विभाग की तरफ से मेंटेनेंस वर्क चल रहा है। खुल्दाबाद उपकेंद्र से घोषित तौर पर तो चार घंटे के लिए ही बिजली काटी गयी थी लेकिन इसका इंपैक्ट यह था कि कटौती ऑवर पूरा होने के बाद भी बिजली के आने-जाने का सिलसिला बना रहा। नैनी एरिया के लोगों को भी इस समस्या से दो चार होना पड़ गया। बिजली के अभाव में कूलर-पंखे भी चलना मुश्किल हो गये। छोटे बच्चों को घरों के भीतर गर्मी में संभालना पैरेंट्स के लिए चैलेंज हो गया। झलवा, काङ्क्षलदीपुरम, राजरूपपुर, कसारी-मसारी, करैलाबाग, गौसनगर, प्रीतम नगर, नीवां, राजापुर, ऊंचवागढ़ी, बेली, अशोक नगर, लीडर रोड में भी बिजली की दिन में कई बार आंख मिचौनी से लोग हलकान रहे। लोगों ने उपकेंद्रों पर फोन किया तो कर्मचारियों ने बताया कि लाइन ट्रिप करने की वजह से आपूर्ति बंद हो रही है। मंगलवार देर रात कोठापार्चा, बहादुरगंज में भी तकनीकी खराबी की वजह से करीब एक घंटे तक बिजली गुल रही, जिस कारण लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी।

वार्ड में दो दिन से लाइट कटी हुई है। लोगों का गर्मी से बुरा हाल है। कई-कई दिनों तक बिजली न आने के कारण पीने के पानी की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है।
अंकित चौरसिया, खुल्दाबाद

लाइट टिकती कम है, उसका आना-जाना लगातार बना रहता है। इसके चलते तपिश से राहत नहीं मिल पाती है। बिजली इतनी भी नहीं टिकती कि इनवर्टर पूरा चार्ज हो जाय। भीषण गर्मी से जीवन बेहाल है।
बृजेश केशरवानी

बिजली कटौती का प्रभाव छोटे बच्चों पर ज्यादा पड़ रहा है। बच्चे गर्मी से बेहाल हैं। रात भर बांस के पंखा से हवा देकर उन्हें सुलाते हैैं। गर्मी से जीना दूभर हो गया है। बिजली कटने से फोन भी चार्ज नहीं हो सके हैैं।
हेमंत छाबड़ा, लूकरगंज

आने वाले दिनों में लोगों को बिजली संकट का सामना न करना पड़े, इसलिए फीडरों की मरम्मतीकरण किया गया। कई फीडरों का लोड दूसरे फीडरों पर शिफ्ट किया गया है।
बहादुर ङ्क्षसह, उपखंड अधिकारी

Posted By: Inextlive