स्कूल में बेटी कर रही थी इंतजार, बाहर पड़ी थी पिता की बॉडी
प्रयागराज (ब्यूरो)। नैनी कोतवाली क्षेत्र के गंगोत्री नगर पुलिस चौकी से चंद कदम दूर गुरुवार को बदमाशों ने एक वेंडर को गोली मारकर मौत की नींद सुला दिया। बीच रास्ते में दिनदहाड़े हुई इस हत्या से क्षेत्र में दहशत फैल गई। गोली मारने के बाद बदमाश तमंचा लहराते हुए फरार हो गए। पुलिस ने मौके से छह कारतूस के खोखे और एक जिंदा कारतूस बरामद किया है।
गोली सिर में जा घुसी
बड़ा चाका गांव के भाजपा नेता सुरेश सिंह का 40 वर्षीय पुत्र बृजेश सिंह के बच्चे मलाहरा रेलवे फाटक के पास इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ते हैं। गुरुवार दोपहर स्कूल की छुट्टी होने पर बच्चों को लेने के लिए वह बाइक से घर निकला। मलाहरा फाटक पहुंचा ही था कि इसी बीच चेहरा गमछे से ढके तीन लोग उसके करीब पहुंचे और तमंचे से उसपर फायर झोंकने लगे। जब तक बृजेश सिंह संभलता इतने में एक गोली उसके सिर में जा घुसी और वो वहीं बाइक समेत गिर पड़ा। उसके सिर से रफ्तार में खून निकल रहा था। फायरिंग से आसपास मौजूद लोगों में अफरातफरी मच गई। खून से लथपथ बृजेश सिंह को नीचे गिरा लोगों ने इसकी सूचना नैनी पुलिस को दी। गोली मारकर हत्यारे रेलवे फाटक पैदल पार कर नैनी स्टेशन रोड की ओर भाग निकले। जबकि बदमाशों का एक साथी गंगोत्री नगर पुलिस चौकी की ओर से सीओडी छिवकी की तरफ पैदल निकल कर भीड़ में खो गया। वहीं नैनी कोतवाली सूचना मिलते ही फौरन मौके पर पहुंच गई। थोड़ी देर में एसपी यमुनापार समेत कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए।
घटनास्थल पर छह कारतूस के खोखे और एक जिंदा कारतूस बरामद हुआ है। आशंका जताई जा रही है कि छह फायर मिस होने के बाद सातवें फायर में गोली उसके सिर में घुसी होगी।
पुलिस से मिली जानकारी अनुसार बृजेश सिंह नैनी रेलवे स्टेशन के आउटर लिंक जंक्शन पर अवैध रूप से ट्रेनों में अपने लोगों से खानपान का सामान बिकवाता था। इसके साथ इस कारोबार से लगभग सौ वेंडरों का परिवार गुजर बसर करता था। काली कमाई के इस खेल में शामिल छोटा चाका गांव का दीपू शर्मा कई वर्षों से बृजेश से पुरानी रंजिश रखता था। मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने मीडिया से बातचीत में दीपू के नाम का जिक्र भी किया है।
दीपू का नाम आया सामने
पुलिस अधिकारियों ने वारदात के बाद बड़ा चाका और छोटा चाका गांव में जाकर छानबीन की। इस दौरान पता चला है कि बृजेश सिंह जहां वेंडरों के बलबूते ट्रेनों से कमाई करता था। वहीं दीपू शर्मा और उसके अन्य चार भाई जुआ खिलाने और गरीब - कमजोरों का मकान हड़पने के मामले में बदनाम हैं। घटना को लेकर मृतक बृजेश सिंह के परिवार ने दीपू शर्मा और उसके कुछ अन्य साथियों पर हत्या करने का आरोप लगाया है। नैनी कोतवाली में तहरीर दी गई है। एसपी यमुनापार के देखरेख में आरोपियों की धरपकड़ को टीम जुट गई है।
घटनास्थल पर पुलिस को छह कारतूस का खोखा और एक कारतूस मिला है। सूत्रों के अनुसार महीने भर पहले छोटा चाका गांव के दीपू शर्मा से कहासुनी हुई थी। इस दौरान 112 नम्बर पुलिस मौके पर पहुंच कर समझौता कराकर वापस चली गयी। पुलिस का कहना है कि आसपास के लोगों से बातचीत की जा रही है। फिलहाल कातिलों का कोई सुराग नहीं मिल सका है। पुलिस जांच में जुटी हुई है।
लोगों ने सड़क पर बॉडी रखकर लगाया जाम
बृजेश सिंह की हत्या खबर गांव में पहुंची, तो बड़ी संख्या में लोग वहां पहुंच गए। गुस्साए लोगों ने सड़क पर बॉडी रखकर जमा लगा दिया। पुलिस प्रशासन ने गुस्साए लोगों को समझाने का प्रयास मामले को शांत कराया गया। वहीं यह भी चर्चा रही कि हमलावर जिंदा छोडऩे के इरादे से नहीं आए थे। तभी एक बाद एक गोली लगातार दागी गई।