छह साल पहले इसी तिथि को की गयी थी छोटे भाई की गोली मारकर हत्यागुरुवार को मिली बड़े भाई की बॉडी हत्या का आरोप नामजद दर्ज हुई रिपोर्ट

प्रयागराज ब्यूरो । सर्राफा का कारोबार करने वाले संतोष सोनी के परिवार की कुंडली में तारीख '19Ó ऐसा दोष बन गयी है जो पूरे परिवार के रोंगटे खड़े कर देती है। इस तिथि को शायद ही इस परिवार का कोई सदस्य घर से निकलने की भी हिम्मत जुटा पायेगा। छह साल के भीतर सितंबर महीने की 19 तारीख को संतोष सोनी ने अपने दो बेटों को खो दिया। एक बेटे की गोली मारकर हत्या की गयी थी तो दूसरे बेटे की बॉडी सड़क के किनारे खेत में पड़ी मिली। बगल में बाइक भी पड़ी थी तो संभावना जतायी गयी कि दुर्घटना में मौत हो गयी होगी लेकिन परिवार के सदस्य यह मानने को तैयार नहीं हैं। उनका आरोप है कि यह भी हत्या का मामला है। कारण बताते हुए परिवार के सदस्यों का कहना है कि जिस पर आरोप लगा है उसने खुद और दूसरे लोगों को 25 लाख रुपये मूल्य की ज्वैलरी उधार दिलवायी थी। इसमें वह छह साल पहले मारे गये बेटे के हत्यारोपितों के जमानत पर बाहर आने का कनेक्शन भी जोड़ रहे हैं। असलियत का खुलासा पुलिस को करना है जिसे आज मृत मिले युवक की बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेजवाने में करीब छह घंटे तक मशक्कत करनी पड़ गयी। पुलिस का दावा है कि घटना का खुलासा 24 घंटे में कर दिया जायेगा। पुलिस ने नामदज एक आरोपित को उठा लिया है और पूछताछ कर रही है।
गार्ड किये गये तैनात
दिघिया प्रतिनिधि के अनुसार मृतक का नाम संदीप कुमार उर्फ सोनू सोनी बताया गया है। वह संतोष सोनी का बड़ा बेटा था। उम्र 28 साल के असपास थी। यह परिवार यह दिघिया क्षेत्र के गरेथा का रहने वाला है। संदीप की बॉडी गुरुवार को धरांवनारा गांव के नहर के समीप धान के खेत में मिली। सुबह सूचना पर परिवार के सदस्य पहले पहुंच गये। पुलिस बाद में पहुंची। सूचना मिलने ही परिवार में मातम पसर गया। रोना पीटना मचा तो कस्बे के लोग जुट गये। छह साल के भीतर इस परिवार पर आयी दूसरी विपदा को लेकर परिवार के लोग बेहद नाराज रहे। वे आरोप स्थानीय प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर रहे थे। उन्होंने सीएम योगी पर भरोसा जताया और मांग की कि आरोपितों का इनकाउंटर किया जाय। पुलिस दोपहर करीब 12 बजे बॉडी को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज पायी। तात्कालिक तौर पर दो सुरक्षा गार्ड मृतक के घर के बाहर तैनात कर दिये गये हैं।

कोरांव गया था
स्वजन के अनुसार संदीप सोनी बुधवार दोपहर एक बजे गरेथा से कोरांव गया था। शाम 7 बजे के आसपास पिता ने फोन किया तो संदीप ने बताया कि धरांवनारा निवासी हंसराज सिंह पुत्र अभयराज सिंह ने लगभग 25 लाख रुपए का आभूषण खुद लिया और रुपये लोगों को दिलवाया है। इसी का तगादा करने के आया है। उसने यह भी जोड़ा कि वह तगादे के लिए बकायेदार के साथ ही है। उसने पिता को यह भी बताया था कि गौरी शंकर होटल पर पार्टी है। खाना खाने के बाद घर पहुंचुंगा। इसके बाद भी घर पहुंचने में देरी होने लगी तो परिवार के सदस्यों की चिंता बढ़ गयी। रात 9.40 पर पिता ने फिर फोन किया तो संदीप ने बताया कि गौरी शंकर होटल में हंसराज और कुछ अन्य लोग साथ हैं। खाना खाकर निकता हूं। यही उसकी पिता से हुई अंतिम बातचीत थी।
कॉल पिक नहीं हुई
रात के 11 बज गये और संदीप घर नहीं पहुंचा तो पिता की चिंता बढ़ गयी। पूरा परिवार यह जानने के बाद सकते में आ गया कि कॉल जा रही है लेकिन रिसीव नहीं हो रही है। छह साल पहले छोटे बेटे को खोने वाले इस परिवार का प्रत्येक सदस्य तनाव में आ गया। उन्होंने डायल 112 को सूचना दे दी। देर रात में करीब एक बजे वे अपने स्तर से तलाश में निकल गये। वह हंसराज सिंह के घर पहुंचे और दरवाजा नॉक किया लेकिन भीतर से कोई रिस्पांस नहीं मिला। इससे परिवार सदमे में चला गया।
सुबह पहुंची मनहूस खबर
सुबह ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी की धरांवनारा नहर के पास बाइक के साथ एक शव पड़ा है। यह सूचना पहुंची तो संतोष के परिवार के सदस्यों का दिल बैठ गया। पुलिस के साथ वे भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने देखा तो पता चला कि वह संदीप की ही बॉडी है। सूचना मिलते ही घर पर कोहराम मच गया। मां सरोज देवी तथा पिता संतोष का रो-रोकर बुरा हाल हो गया पत्नी सोनी बदहवास हो गई। मझिला भाई प्रदीप उर्फ मोनू भी बड़े भाई की मौत की खबर सुन दहाड़े मार कर रोने लगा। मोहल्ले तथा अगल-बगल के कई गांव के लोग इक_ा हो गए।
हटा लिया गया था गनर
मृतक के पिता संतोष ने बताया कि 2018 में छोटे बेटे की हत्या के बाद सुरक्षा में एक गनर मिला था। करीब छह महीने बाद उसे हटा दिया गया। स्वजन छोटे बेटे के लिए शस्त्र लाइसेंस तथा आजीवन गनर की मांग की मांग को लेकर शव पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। पूर्व प्रधान दिघिया राम मिश्रा, एसीपी मेजा रवि गुप्ता तथा इंस्पेक्टर मांडा शैलेंद्र सिंह और चौकी प्रभारी डाक्टर बाबूराम ने सात घंटे तक स्वजन को समझाया बुझाया और एक उप निरीक्षक और दो कांस्टेबल की ड्यूटी परमानेंट घर पर लगा दी गई तब जाकर स्वजन बॉडी पोस्टमार्टम के लिए भेजने को राजी हुए।
तहरीर में हत्या का शक
घटना के संबंध में पिता संतोष सोनी की तरफ से मांडा पुलिस को तहरीर दी गयी है। इसमें हंसराज सिंह का नाम 25 लाख रुपये की ज्वैलरी व नकद खुद लेने और दूसरों को दिलवाने की बात का जिक्र किया गया है। बताया गया है कि यह पैसा बकाया है और मृतक संदीप तगादे पर निकला था। तहरीर में उन्होंने छोटे बेटे की हत्या में नामजद किये गये आरोपितों आकाश पयासी, दिव्यांश मिश्रा तथा अन्य का भी जिक्र किया है। बताया गया कि ये जमानत पर छूटकर आ चुके हैं।
सीसीटीवी का आसरा
घटना के खुलासे के लिए पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर चुकी है। स्पेशली उस स्थान का जहां पार्टी हुई थी। एसीपी मेजा रवि गुप्ता और एसओ मांडा शैलेंद्र सिंह ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। डॉग स्क्वायड की टीम ने भी इनपुट पर काम किया गया है। कुछ लोगों को भी उठाया गया है। इंस्पेक्टर मांडा ने बताया कि 103/1 बीएनएस के तहत हंसराज सिंह, आकाश पयासी, दिव्यांश मिश्रा के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
हत्या के साथ हुई थी लूट
बता दें कि संतोष सोने के सबसे छोटे बेटे सौरभ सोनी की 19 सितंबर 2018 को गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। उसके साथ लूट की घटना भी हुई थी। इस घटना का पुलिस ने खुलासा किया और आरोपितों को जेल भेज दिया। यह केस कोर्ट में पेंडिंग है। इस घटना के बाद संतोष के घर पर एक पुलिसकर्मी तैनात किया गया था। उसे हटा लिया गया था। सौरभ के हत्यारे जमानत पर बाहर आ चुके हैं, इसी के चलते तहरीर में उनके शामिल होने की संभावना जतायी गयी है।

साथ गिरे थे हंसराज-संदीप
नामजद आरोपित हंसराज को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। उसने बताया कि बुधवार रात वह सौरभ के साथ एक ही बाइक से घर लौट रहा था। रास्ते में बाइक अनियंत्रित होकर खेत में चली गई, जिस कारण दोनों जख्मी हो गए। उसे होश आया तो संदीप औंधे मुंह खेत में पड़ा था। उसकी सांस थम चुकी थी। इससे वह डरकर वहां से चला गया। हालांकि उसने यह बात साथी के परिवारवालों को नहीं बताई, जिस कारण उसकी भूमिका संदिग्ध मानी गई है। सीसीटीवी फुटेज में भी दोनों एक बाइक पर बैठे दिखाई दिए हैं।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या कारित करने जैसी चोट के निशान नहीं मिले हैं। पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आरोपित साथी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। सभी ङ्क्षबदुओं पर जांच चल रही है। साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
विवेक कुमार
डीसीपी यमुनानगर

तहरीर मिल गई है हंसराज सिंह के ऊपर हत्या का मुकदमा पंजीकृत किया गया है। सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत का स्पष्ट कारण पता चलेगा। 24 घंटे के अंदर हत्यारे पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
रवि गुप्ता
एसीपी मेजा

Posted By: Inextlive