कोरोना की विभीषिका झेल चुके लोगों से पूछिए कि उन्होंने क्या खोया है? अधिकतर ऐसे लोग हैं जिनके फेफड़े इस संक्रमण की चपेट में आने के बाद कमजोर पड़ चुके हैं. ऐसे में डॉक्टर्स कोरोना काल में लोगों के फेफड़ों को स्वस्थ रखने की सलाह दे रहे हैं. उनका कहना है कि साइक्लिंग करने से फेफड़े स्वस्थ रहते हैं. रोजाना कम से कम आधे घंटे जरूर साइकिल चलाना चाहिए. कभी साइकिल चलाना लोगों का शौक होता था लेकिन अब यह ट्रेंड में बदलता जा रहा है. लोग रोजाना आधे से एक घंटे साइकिल चलाने का बहाना खोजने लगे हैं. क्योंकि उन्हे मालूम है कि साइक्लिंग करने से उनका श्वसन तंत्र पहले से अधिक मजबूत हो जाएगा. जो कि कोरोना के संक्रमण से निपटने में बहुत सहायक होगा.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। फिजिकल वर्क नहीं करने से लोगों में फिटनेस की काफी कमी देखी जा रही है। खासकर श्वसन तंत्र में विकार उत्पन्न हो जाने से लोग दमा और सीओपीडी की चपेट में आ रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि लोग साइकिल चलाते समय भरपूर सांस लेते हैं जिससे फेफड़े और श्वास नलियां हमेशा हेल्दी रहते हैं। चेस्ट फिजीशियन डॉ। आशुतोष गुप्ता कहते हैं कि श्वसन तंत्र बेहतर होने से शरीर के आर्गन तक भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचती है। इसलिए हमें आराम से साइकिल चलाना चाहिए। इसके अलावा साइक्लिंग पर्यावरण संरक्षण के लिए बेहद उपयोगी साबित होती है।

साइक्लिंग को प्रमोट करने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट का बाइकाथन इवेंट सोसायटी को बेहतर मैसेज दे रहा है। इसी मैसेज को हमारा क्लब टू व्हील थ्रिल्स भी बढ़ावा दे रहा है। इस क्लब में 25 मेंबर हैं और सभी साइक्लिंग करके सोसायटी फिटनेस के साथ पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं। हमारे क्लब ने साइकिल से वाराणसी, अयोध्या और चित्रकूट सहित अन्य जिलों तक का सफर किया है। साइक्लिंग हमारा पैशन भी है। हम चाहते हैं कि प्रत्येक व्यक्ति दिन में एक बार समय निकालकर साइकिल जरूर चलाए। इससे वह सोसायटी को एक साथ कई मैसेज देकर खुद को फिट भी रख सकता है।
डॉ। आशुतोष गुप्ता, सचिव, इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन व मेंबर टू व्हील थ्रिल्स क्लब

Posted By: Inextlive